कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर 6 अगस्त 2024 —कृषि पंजाब की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान पशुपालन को सहायक व्यवसाय के रूप में अपनाकर अपनी अर्थव्यवस्था को और बढ़ा सकते हैं। पंजाब सरकार पशुपालन को प्राथमिकता के तौर पर ले रही है और यही हमारा प्रयास है इसे हर किसान की आय का प्रमुख जरिया बनाया जाना चाहिए। ये शब्द पंजाब के कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन और डेयरी विकास विभाग के मंत्री गुरमीत सिंह खुडियन ने आज 21वें पशुधन गणना प्रशिक्षण में भाग लेने वाले पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली और चंडीगढ़ के नोडल अधिकारियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए उन्होंने कहा कि 21वीं पशुधन गणना में पहली बार कुत्तों और बिल्लियों की नस्ल की भी गणना की जाएगी।
खुड्डिया ने संबोधित करते हुए कहा कि पंजाब सरकार शुरू से ही पशुपालन विभाग को प्राथमिकता देती रही है और इसलिए विभाग में बड़े पैमाने पर पशु चिकित्सा अधिकारियों और पशु चिकित्सा निरीक्षकों की भर्ती की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार पशुओं को बुनियादी उपचार उपलब्ध करा रही है और बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण के साथ पशुपालकों को समयबद्ध तरीके से सेवाएं भी प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि नर पशु पैदा करने से पशुपालकों के लिए यह व्यवसाय कम लाभदायक हो जाता था, लेकिन हमारी सरकार ने पशुपालकों को अनुदानित (कम दरों पर) सेक्सड सीमन उपलब्ध कराकर इस समस्या का समाधान करने का प्रयास किया है। उन्होंने बताया कि 21वीं पशुगणना के लिए लगभग 1700 प्रगणक, 400 पर्यवेक्षक तथा 23 जिला नोडल अधिकारी नियुक्त किये गये हैं तथा इस कार्य की जाँच हेतु विभिन्न टीमें भी नियुक्त की गयी हैं। पशुपालन मंत्री ने कहा कि यह प्रशिक्षण दूसरी बार डिजिटल माध्यम से आयोजित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि गौशालाओं के पशुधन की गणना अलग से की जायेगी। उन्होंने कहा कि पशुपालक गणना करने आने वाले प्रगणकों को सही एवं सटीक जानकारी दें ताकि उसके अनुरूप पशुपालकों के लिए नई नीतियां बनाई जा सकें।इसलिए, अच्छी और सटीक पशुधन गणना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस गणना में पहली बार महिलाओं की भागीदारी भी जुटाई जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे इस बात का विशेष ध्यान रखें कि पशुपालकों के लिए सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का लाभ निचले स्तर पर भी लोगों को मिल सके। इस अवसर पर भारत सरकार के अकांदा विभाग, पशुपालन विभाग एवं डेयरी विभाग के सलाहकार जगत हजारिका ने भी कैबिनेट मंत्री खुदिया को सम्मानित किया। इस अवसर पर सचिव पशुपालन विभाग भारत सरकार अलका उपाध्याय, निदेशक पशुपालन विभाग भारत सरकार वी.पी. सिंह, पंजाब के पशुपालन विभाग और डेयरी विभाग के निदेशक। डॉ. गुरशनजीत सिंह बेदी, सॉफ्टवेयर टीम के सदस्य। श्रद्धापाल, सतपाल दीक्षित भी उपस्थित थे।