पंजाब सरकार निवेश को प्रोत्साहन देने हेतु पूरी तरह प्रतिबद्ध, पीएचडी सीसीआईआई द्वारा आयोजित इंडिया-यूके बिजनेस सम्मेलन

कल्याण केसरी न्यूज़, अमृतसर, 31 जुलाई 2025: उद्योग, वाणिज्य, निवेश प्रोत्साहन एवं एनआरआई मामलों के कैबिनेट मंत्री संजीव अरोड़ा ने अपने पहले दौरे में कहा कि पंजाब सरकार विदेशी निवेश आकर्षित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और पंजाब विदेशी निवेश के लिए सबसे अनुकूल स्थान है। उन्होंने कहा कि पंजाब एक स्थिर, पारदर्शी और व्यापार-अनुकूल माहौल प्रदान कर रहा है। हम भविष्य की औद्योगिक इकाइयों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए औद्योगिक पार्क, लॉजिस्टिक हब और स्किल डेवलपमेंट सेंटर बना रहे हैं। हम यूके के निवेशकों को आमंत्रित करते हैं कि वे हमें एक मजबूत, विविध और समावेशी अर्थव्यवस्था बनाने में साथ दें।
उन्होंने वैश्विक व्यापार और निवेश में हो रही महत्वपूर्ण परिवर्तनों पर भी प्रकाश डाला। पुराने वैश्वीकरण मॉडल, जिसमें केवल अधिकतम लाभ पर ध्यान होता था, अब अधूरा है। आधुनिक समय में देशों के बीच विश्वास, राजनीतिक स्थिरता, और उपभोक्ता-विनिर्माता हित भी महत्त्वपूर्ण हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि तकनीकी, व्यापार और निवेश के बीच गहरी अन्तर्सम्बद्धता है। एक क्षेत्र में पैदा हुआ विश्वास अन्य क्षेत्रों में विश्वास को जन्म देता है, जिससे वैश्विक साझेदारी मजबूत होती है। भारत, एक प्राचीन व्यापारिक राष्ट्र, कपड़े, मसालों, हस्तशिल्प और धातु उत्पादों का निर्यात करता रहा है। भारतीय सरकार घरेलू सुधारों के साथ-साथ विशेष क्षेत्रों जैसे कपड़ा उद्योग, खाद्य प्रसंस्करण और सेमीकंडक्टर में विकास पर फोकस कर रही है तथा वैश्विक बाज़ार में भागीदारी बढ़ा रही है।
दक्षिण एशिया के लिए महामहादय एवं पश्चिमी भारत के लिए ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिशनर श्री हरजिंदर कंग ने अपने भाषण में कहा कि इंडिया‑यूके मुक्त व्यापार समझौता (FTA) हमारे द्विपक्षीय संबंधों में एक ऐतिहासिक अवसर है। यह व्यापारिक बाधाओं को कम करेगा, बाजार तक पहुंच आसान बनाएगा और व्यापारिक सहजता को बढ़ाएगा।
उन्होंने बताया कि यूके सरकार भारतीय कंपनियों को तकनीकी, फिनटेक, स्वच्छ ऊर्जा, शिक्षा और फार्मा जैसे क्षेत्रों में यूके में स्थापित होने हेतु पूर्ण समर्थन दे रही है। एफटीए लागू होने में लगभग चार साल लगे हैं।
अमृतसर की डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने अपने उत्साहपूर्ण संबोधन में कहा कि अमृतसर सिर्फ विरासत का शहर नहीं, बल्कि अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए उभरती मंज़िल है। भारत–पाक सीमा के निकट होना और सुगम परिवहन ढांचा हमें यूके निवेशियों के लिए स्वाभाविक केंद्र बनाता है।
उन्होंने शहर की रणनीतिक स्थिति, विश्व-स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर, तेजी से बढ़ता पर्यटन, लॉजिस्टिक्स, वेयरहाउसिंग और एग्रो‑इंडस्ट्रियल क्लस्टर्स का जिक्र किया। सीनियर मैनेजिंग कमिटी सदस्य श्री संदीप अग्रवाल ने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि भारत यूके के लिए एक मजबूत साझेदार है। उन्होंने बताया कि पंजाब के विभिन्न क्षेत्रों जैसे कपड़ा, एग्रो-प्रोडक्शन आदि को यूके बाजार में नए अवसर मिलेंगे। हालांकि अभी भी कई उद्योगपतियों को एफटीए और नए नियमों के बारे में स्पष्टता की आवश्यकता है। उन्होंने माना कि यूके बाजार में सहज प्रवेश के लिए अनुकूल प्रक्रिया बहुत जरूरी है।
श्री जैदीप सिंह, कन्वीनर अमृतसर ने सभी सहभागियों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि यह बिजनेस सम्मेलन भारत‑यूके व्यापार साझेदारी में और विकास व सहयोग के लिए प्रेरक साबित होगा।
इस अवसर पर डॉ. जतिंदर सिंह (डिप्टी सैक्टर जनरल), आशिष कपूर (हेड ऑफ इनवर्ड इनवेस्टमेंट – नॉर्थ इंडिया), निपुण अग्रवाल (को‑कन्वीनर, अमृतसर ज़ोन), संजीव सचदेवा, रमेश अरोड़ा और निपुण अग्रवाल ने भी संबोधन किया।
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