
कल्याण केसरी न्यूज़, अमृतसर, 6 अगस्त 2025: हाल ही में पंजाब सरकार और भाषा विभाग पंजाब द्वारा श्रीनगर में नौवें पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी, भाई दयाला जी, भाई मती दास जी और भाई सती दास जी के 350वें शहीदी दिवस के संबंध में आयोजित कार्यक्रम में हुई मर्यादा की उल्लंघना के मामले में आज श्री अकाल तख्त साहिब से पांच सिंह साहिबान द्वारा सुनाए गए निर्णय के मद्देनज़र, शिक्षा, सूचना और जनसंपर्क मंत्री श्री हरजोत सिंह बैंस ने गुरुद्वारा गुरु का महल अमृतसर, गुरुद्वारा कोठा साहिब वाला और गुरुद्वारा बाबा बकाला साहिब में नंगे पांव नतमस्तक होकर गुरु साहिब के आगे क्षमा याचना हेतु अरदास की।
उन्होंने श्री दरबार साहिब से लेकर गुरु के महल तक के रास्ते की सफाई भी स्वयं की।
इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे लिए श्री अकाल तख्त साहिब से ऊपर कुछ नहीं है। यहां से आया हर फरमान श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी का आदेश है और मैं इस निर्णय के आगे सिर झुकाकर हर हुक्म की पालना करूँगा। उन्होंने कहा कि वे आज श्री अमृतसर साहिब ज़िले के गुरुद्वारों में नतमस्तक होकर क्षमा याचना कर रहे हैं और शीघ्र ही सिंह साहिबान के निर्णय के अनुसार गुरुद्वारा सीस गंज साहिब दिल्ली जाकर भी अपनी भूल की माफी माँगेंगे। उन्होंने कहा कि सिंह साहिबान द्वारा दिए गए सभी आदेशों का वे पूरी निष्ठा से पालन करेंगे।
बताने योग्य है कि आज सुबह कैबिनेट मंत्री श्री हरजोत सिंह बैंस सारागढ़ी पार्किंग में अपनी गाड़ी से उतरकर सबसे पहले पैदल गुरुद्वारा गुरु का महल दर्शन के लिए गए, उसके बाद श्री दरबार साहिब में नतमस्तक हुए। जहां वे पहले श्री अकाल तख्त साहिब सचिवालय में सिंह साहिबान के समक्ष पेश हुए।
इसके उपरांत सिंह साहिबान ने उन्हें श्री अकाल तख्त साहिब की फसील से सभी दोषों को पढ़कर सुनाया और फिर निर्णय सुनाया, जिसे उन्होंने स्वीकार करते हुए आज से ही उस निर्णय के अनुसार सेवा आरंभ कर दी। फैसले के आगे सिर झुकाते हुए वे सबसे पहले नंगे पांव गुरुद्वारा गुरु का महल गए, फिर गुरुद्वारा कोठा साहिब वाला में नतमस्तक हुए और उसके बाद बाबा बकाला साहिब में भी नंगे पांव जाकर नतमस्तक हुए।
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