
कल्याण केसरी न्यूज़, जालंधर, 22 सितंबर 2025: कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा ब्लॉक जालंधर पश्चिमी के गांव नुस्सी में पराली और अन्य फसली अवशेषों के उचित प्रबंधन के बारे में जानकारी देने के लिए एक किसान प्रशिक्षण कैंप आयोजित किया गया।
कृषि अधिकारी डॉ. सुरजीत सिंह ने कैंप में उपस्थित किसानों को पराली को आग लगाने के बजाय इसका उचित प्रबंधन करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि पराली जलाने से मिट्टी में मौजूद आवश्यक तत्व नष्ट हो जाते है, जिसके कारण खेतों में रासायनिक उर्वरकों का उपयोग करना पड़ता है, इससे कृषि लागत बढ़ जाती है। उन्होंने किसानों के साथ पराली को खेतों में ही उपयोग करने के तरीकों पर भी चर्चा की, जिससे मिट्टी की उर्वरता में वृद्धि होती है।
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. मनिंदर सिंह ने किसानों को धान की फसल को बीमारियों से बचाने के बारे में जानकारी दी। कृषि अधिकारी डॉ. सरबजीत कौर ने किसानों को मिट्टी की जांच के महत्व के बारे में बताया। कैंप में सौ से अधिक किसानों ने भाग लिया।
इस मौके कृषि विस्थार अधिकारी जसवंत सिंह, सुखपाल सिंह, रविंदर कौर और को-ऑपरेटिव सोसाइटी के सचिव लखविंदर सिंह भी मौजूद थे।
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