मुख्यमंत्री द्वारा जंग-ए-स्वतंत्रता स्मारक का दूसरा चरण राष्ट्र को समर्पित


करतारपुर, (जालंधर)
: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज यहां विश्व स्तरीय जंग -ए -स्वतंत्रता स्मारक के दूसरे चरण को राष्ट्र को समर्पित करते हुये आगामी बजट में स्मारक के तीसरे पड़ाव को पूर्ण करने के लिए 25 करोड़ रुपए का उपबंध करने की घोषणा की है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने स्मारक के पहले चरण के निर्माण के लिए बकाया 9.5 करोड़ रुपए की राशि को भी स्वीकृति दे दी है। अजीत अखबार समूह के प्रशासनिक संपादक डा. बरजिंदर सिंह हमदर्द के नेतृत्व वाली टीम को इस विलक्षण संकल्प को मूर्तिमान करने के लिए बधाई देते हुये कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इन प्रयासों की प्रशंसा की जो हमारी आने वाली पीढ़ीयों को भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष के अडिग जज़्बे संबंधी प्रेरित करता रहेगा।

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने करतारपुर में जंग-ए-स्वतंत्रता और अमृतसर में जंगी स्मारक के दो गौरवमयी प्रोजेक्ट सूबे को देने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री स. प्रकाश सिंह बादल के दृष्टिकोण की भी प्रशंशा की। मुख्यमंत्री ने प्रसिद्ध इतिहासकार डॉ. कृपाल सिंह के अलावा डा. गरेवाल, डा. जसपाल सिंह, प्रो. पृथीपाल सिंह, डा. टुटेजा और डॉ. हरीश शर्मा पर अधारित जंग-ए-स्वतंत्रता स्मारक समिति को भरोसा दिया कि उनकी सरकार इस स्कमारक के अगले पड़ाव को मुकम्मल करने के लिए पूरी मदद और सहयोग देगी क्योंकि यह स्मारक शाश्वत तौर पर स्वतंत्रता संघर्ष में शहीद हुए हज़ारों पंजाबियों के लिए सत्कार और प्रेम का प्रतीक बनी रहेगी।

इस अवसर पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने स्मारक समिति को सभी स्वतंत्रता संग्रामियों के परिवारों के लिए यह स्मारक देखने के लिए प्रवेश मुफ़्त करने की हिदायत भी की। इसके साथ ही उन्होंने समिति को इस स्मारक की महत्ता संबंधी बच्चों को अवगत् करवाने के लिए टूर गाईड भी तैनात करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने यह भी सुझाव दिया कि राष्ट्र के लिए निष्काम सेवा करते हुये जान न्यौछावर करने वाले पंजाब के सभी स्वतंत्रता संग्रामियों के नाम इस स्मारक पर उकेरे जाएं।
कुछ वर्ष पहले देश में सुनामी आने के उपरांत अंडमान और निकोबार के टापूओं के पूनर्वास के कार्यो को याद करते हुये मुख्यमंत्री ने बताया कि वह वहां शहीदों के नाम पढक़र भावुक हो उठे और इनमें हज़ारों नाम पंजाबियों के थे जिन्होंने पोर्ट ब्लेयर जेल में अतुल्य बलिदान दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्मारक नई पीढ़ी में देशभक्ति की भावना पैदा करेगा। उन्होंने अपने नाना हरचरन सिंह जयजी की प्रजा मंडल लहर के मुखी स. सेवा सिंह ठीकरीवाला के साथ नज़दीकी को भी याद किया जो उनको आज तक प्रेरित करती रही है।

इससे पहले पंजाब कांग्रेस के प्रधान और गुरदासपुर से लोकसभा मैंबर सुनील जाखड़ ने मुख्यमंत्री से अपील की कि स्कूली विद्यार्थियों को इस स्मारक और ऐसे अन्य ऐतिहासिक स्थानों के दर्शन करवाने के लिए शिक्षा विभाग को निर्देश जारी करें जिससे उनके अंदर देशभक्ति के जज्बे को पैदा किया जा सके। श्री जाखड़ ने कहा कि स्वतंत्रता संग्रामी ना तो किसी राजनैतिक पार्टी के साथ बंधे हैं और न ही उनको किसी जाति और धर्म की संकीर्णता में बांधा जा सकता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह उन राजनैतिक पार्टियों के चंगुल से बचेें जो उनको केवल वोटर के तौर पर ही इस्तेमाल करतीं हैं।
पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों संबंधी मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि जंग -ए -आज़ादी स्मारक नई पीढ़ी को अपने गौरवमयी विरासत से जोडऩे के लिए पुल का काम करेगी। उन्होंने कहा कि यह स्मारक ईंटों और कंक्रीट की बनी ईमारत ही नहीं बल्कि एक विचारधारा का प्रतीक है, जो हमारे महान शहीदों और स्वतंत्रता संग्रामियों के अतुल्य बलिदानों को रूपमान करती है।

श्री सिद्धू ने शहीद -ए -आज़म भगत सिंह, मदन मोहन मालविय और राम प्रसाद बिसमिल जैसे शूरवीरों के जीवन संबंधी विद्यार्थियों को अवगत् करवाने के लिए इसे स्कूली पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने के लिए मुख्यमंत्री से अपील की कि वह इस संबंधी शिक्षा मंत्री को निर्देश जारी करेें। इस उद्यम से नौजवानों में राष्ट्रीयता और देश प्यार की भावना उत्पन्न होगी।
इससे पहले मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुये डॉ. बरजिदर सिंह हमदर्द ने कहा कि यह स्मारक पंजाबियों के 100 वर्ष के संघर्ष को मूर्तिमान करता है। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में 6 गैलरियां राष्ट्र को समर्पित की गई हैं।

इस अवसर पर अन्यों के अलावा कैबिनेट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल, मुख्यमंत्री के सलाहकार बी. आई. एस. चाहल, सांसद चौधरी संतोख सिंह, विधायक राणा गुरजीत सिंह, कुलजीत सिंह नागरा, नवतेज सिंह चीमा, रजनीश बब्बी, रमनजीत सिंह सिक्की, हरमिंदर सिंह गिल, डा. राज कुमार चब्बेवाल, रजिंदर बेरी, परगट सिंह, बावा हेनरी, चौधरी सुरिंदर सिंह, सुशील रिंकू, संगत सिंह गिल, अंगद सिंह, दर्शन लाल और संतोख सिंह कल्याणपुर, मार्कफैड के एम.डी. अमरजीत सिंह समरा, पूर्व मंत्री अवतार हेनरी, महेंद्र सिंह के. पी, जोगिन्द्र सिंह मान, सरवण सिंह फिलौर, पूर्व लैफ्टिनैंट गवर्नर इकबाल सिंह, कांग्रेस के जालंधर ग्रामीण के जि़ला प्रधान कैप्टन हरमिंदर सिंह, कांग्रेस शहरी के प्रधान दलजीत सिंह आहलूवालीया, प्रमुख सचिव पर्यटन विकास प्रताप, डिप्टी कमिश्नर वरिंदर कुमार शर्मा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जंग-ए-स्वतंत्रता फांउडेशन विनय बुबलानी भी मौजूद थे।

Check Also

पंजाब पुलिस ने विदेशी तस्करों द्वारा समर्थित हथियार तस्करी मॉड्यूल का भंडाफोड़; छह लोग गिरफ्तार

पुलिस टीमों ने उनके कब्जे से तीन आधुनिक ग्लॉक पिस्तौल सहित 10 पिस्तौल बरामद कीं: …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *