अमृतसर : आज स्थानीय निकाय मंत्री स. नवजोत सिंह सिद्धू अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सीमाओं की सुरक्षा करती बी.एस.एफ. की बहादुर कांस्टेबलों को मिलने के लिए पुल मोरों में भारत-पाक सीमा पर पहुँचे और उनके साथ महिला दिवस को मनाया। स. सिद्धू ने इस अवसर पर फलों का टोकरा भी भेंट किया। उन्होंने महिला कांस्टेबलों के साथ मुलाकात करते उनकी बहादुरी की प्रशंसा भी की।
स. सिद्धू ने कहा कि यह लड़कियां राष्ट्र का मान हैं और आज महिला दिवस के अवसर पर मैं उनको सलाम करता हूँ और जिस ढंग के साथ वह अपनी प्रतिबद्धता के साथ अपनी जिमेदारी निभाती हैंं, उस कारण हम अपने घरों में सुरक्षित रहते हैं।
बी.एस.एफ. की महिला सैनिकों के साथ बातचीत करते स. सिद्धू ने उनकी प्रेरणा के बारे में पूछे जाने पर महिला सैनिकों ने कहा कि हम सभी चुणौतियों का सामना कर रही हैं और बैरल का सामना भी करती हैं जो कि महिला सशक्तिकरण की सब से बढिय़ा मिसाल है और बार्डर पर दुश्मन द्वारा किसी भी तरह की हरकत का जवाब देने के लिए हम समर्थ हैं।
इस अवसर पर स. सिद्धू ने कहा मेरी बहन सिमरन कुछ समय पहले अमृतसर में आई थी और उसने मुझे बताया था कि बी.एस.एफ. की दो लड़कियां बार्डर और परेड का नेतृत्व करती हैं उनको देख कर मैने सोचा था कि मैं भी कभी बार्डर पर जाऊगी। इसलिए मैं इन बहादुर लड़कियों को मिल कर उनको इस महिला दिवस पर सलाम करने का निर्णय लिया। आज यहां आ कर मुझे बहुत संतुष्टि मिली है और इन लड़कियों के हौसले से बहुत प्रभावित हुआ हुँ।
स. सिद्धू ने कहा कि यह बहादुर लड़कियां देश भर से आतीं हैं और राष्ट्र की सेवा करने के लिए सभी हालातों का सामना करती हैं। उन्होंने कहा कि यह ओर भी किसी कैरियर का चयन कर सकती थी लेकिन इन बहादुर लडकियों ने राष्ट्र की सेवा करने को पहल दी है। उन्होंने कहा कि हमें इन बहादुर लडकियों पर गर्व है और हमें सभी को इन से प्रेरणा लेनी चाहिए।
बी.एस.एफ. महिला कांस्टेबलों के साथ अपने विचार व्यक्त करते हुए सिद्धू ने कहा, आज मैं जो कुछ भी हुँ वह मात्र अपनी माँ की शिक्षाओं, मेरी बहन की बख़शीश और मेरी पत्नी के कारण हूँ।
स.सिद्धू ने मुख्य मंत्री पंजाब कैप्टन अमरिन्द्र सिंह की प्रशंसा करते हुए कहा कि पूरे देश में पहली बार पंजाब में हुई नगर निगम के मतदान में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। उन्होंने कहा कि एशियन रैसलिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक विजेता नवजोत कौर को पंजाब सरकार ने 5 लाख रुपए का ईनाम और उस की योग्यता के अनुसार नौकरी देने की घोषणा भी की है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार हर समय महिलाओं की सुरक्षा के लिए वचनबद्ध है।
इस अवसर पर स. सिद्धू का बी.एस. एफ. के डी.आई.जी. जीएस ओवराय व अन्य अधिकारियों ने स्नेहपूर्ण स्वागत किया। इस अवसर पर डी.आई.जी. ने कहा कि इन लड़कियों की हिमत बहुत ही हैरानीजनक है और हर समय पर किसी भी मुश्किल का सामना करने के लिए तैयार रहती हैं।