जालन्धर : जालन्धर जिले में मीजल और रुबैला विरोधी अभियान की सफल सुरूआत हुई है। जिलाधीश जालंधर श्री वरिन्दर कुमार शर्मा ने आज इस अभियान के अंतर्गत तैनात किये गए स्टाफ और गैर सरकारी संगठनों के नुमायंदों को कहा है कि वह टीकाकरण अभियान के दौरान निश्चित किये गए लक्ष्य को प्राप्त करके राज्य में प्रमुख जिला बनने के लिए लग्न से ड्यूटी निभाने।
सरकारी स्कूल बूटा मंडी से इस अ5िायान की शुरूआत करते हुए जिलाधीश ने कहा कि पोलियो के खात्मे के बाद इन बीमारियों के खात्मे के लिए शुरू किया गया अ5िायान ऐतिहासिक है। उन्होने कहा कि इस अ5िायान के दौरान ९ महीने से १५ वर्ष की आयु वर्ग के ५ लाख बच्चों को कवर किया जायेगा। श्री शर्मा ने कहा कि इस अभियान का एक मात्र उदेश्य इस बिमारी के वायरस को खत्म करना है जोकि हमारे बच्चों के लिए बहुत खतरनाक है।
जिलाधीश ने कहा कि पोलियो और अन्य बिमारियों का हम पहले ही पता लगा लेते हैं परन्तु इस मीजल-रुबैला का गंभीर पक्ष यह है कि इस का पता अंतिम पडाव पर लगता है। उन्होने कहा कि इस समस्या की रोकथाम के लिए टीकाकरण प्रोग्राम बनाया गया है जिससे आने वाली पीढ़ी को इस बिमारी से बचाया जा सके। श्री शर्मा ने कहा कि हमें सभी को इस बिमारी को जिले में से खत्म करने के लिए पूरजोर यत्न करने चाहिएं। उन्होने मैडीकल और पैरा मैडीकल स्टाफ को इस बारे में निश्चित लक्ष्यों को समय पर पूरा करने को भी विश्वसनीय बनाने के लिए भी कहा।
इस अवसर पर जिलाधीश की तरफ से खुद इस प्रोग्राम के अंतर्गत टीकाकरण अभियान का जायजा लिया गया। उन्होंने इस बारे में विद्यार्थियों से बातचीत भी की और इस टीकाकरण अभियान के बारे में बताया। श्री शर्मा ने इस अवसर पर टीका लगाने वाले स्कूल के विद्यार्थियों को समानित भी किया।威而鋼
इस अवसर पर अतिरित डिप्टी कमिश्नर डा.भुपिन्दरपाल सिंह, सिविल सर्जन डा.जसप्रीत कौर शेखों, जिला टीकाकरण अधिकारी तरशेम सिंह, जिला गाइडैंस काउंसलर सुरजीत लाल के अतिरित अन्य भी उपस्थित थे।