
यहाँ दाना मंडी में रैली के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि वह शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल या खहरा की तरह सिफऱ् ढींगे हांक कर समय नहीं बीताते परन्तु वह शाहकोट के लोगों को उनकी सभी जायज माँगें पूरी करने का भरोसा देते हैं। कैप्टन अमरिंन्दर सिंह ने कहा कि हरदेव सिंह लाडी को वोट देने का मतलब पंजाब के बेहतर भविष्य के लिए वोट देना होगा क्योंकि सिफऱ् कांग्रेस पार्टी ही सूबे को तरक्की और ख़ुशहाली की राह पर ला सकती है और एक-एक चुनावी वायदा पूरा करने में विश्वास रखती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह लाडी को अरसे से जानते हैं जो साफ़ दिल और दृढ़ निश्चय वाले मनुष्य हैं।
कैप्टन अमरिंन्दर सिंह ने कहा कि अकालियों ने अपने शासनकाल के दौरान सूबे का सर्वनाश कर दिया। उन्होंने कहा कि सूबे के पुनर्गठन से लेकर अकालियों का इतिहास पंजाब के हित तबाह कर देने वाला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सेहत से शिक्षा और कृषि से उद्योग तक शिरोमणि अकाली दल ने सूबे की हरेक संस्था तबाह कर दी और अब जब अकाली विरोधी पक्ष में हैं तो भी वह पंजाब और पंजाबियों की तरक्की और ख़ुशहाली के विरुद्ध लगे हुए हैं।
शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल की तरफ से लाडी की गिरफ़्तारी की की जा रही माँग पर चुटकी लेते हुए मुख्यमंत्री ने इस बयान को बेतुका कह कर रद्द कर दिया। उन्होंने कहा कि पूर्व उप मुख्यमंत्री बेतुकी बातें कर रहा है। उन्होंने पूछा, ‘क्या सुखबीर चुनाव आयोग की नुमायंदगी करता है?’कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अकालियों की तरफ से धर्म की राजनीति करने की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि अकालियों के अपने शिक्षा मंत्री दलजीत सिंह चीमा ने इतिहास के सिलेबस का जायज़ा लेने और इसको अंतिम रूप देने के लिए 2014 में कमेटी स्थापित की थी। उन्होंने कहा कि केंद्र में अकालियों की सहयोगी सत्ता में होने के बावजूद अकाली हरिमंदिर साहिब में लंगर पर न ही जीएसटी लागू किये जाने को रोक सके और न ही वह इसको माफ करवा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे यही साबित होता है कि सिख गुरूओं और धार्मिक संस्थाओं के सम्बन्ध में अकाली दोगली नीति अपना रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अकालियों के उलट कांग्रेस सरकार हरेक चुनावी वायदे को पूरा करने में विश्वास रखती है और इसको कांग्रेस ने अपने पिछले कार्यकाल के दौरान भी सिद्ध किया है। उन्होंने कहा कि इस बार भी सभी चुनावी वायदे पूरे करने की प्रक्रिया पूरे ज़ोर-शोर के साथ चल रही है और इसकी शुरुआत किसानों के कजऱ्े माफ करने से गई है। उन्होंने दोहराया कि उनकी सरकार वित्तीय बोझ होने के बावजूद किसानी कजऱ्े माफ करने की अपनी वचनबद्धता को पूरा करेगी। यह वित्तीय बोझ शिरोमणि अकाली दल और भाजपा की पिछली सरकार से विरासत में मिला है।इस मौके पर अपने भाषण में पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान सुनील जाखड़ ने कहा कि अकालियोंं को पिछली बार वोट डाल कर की गई गलती में सुधार लाने के लिए उप-चुनाव के दौरान शाहकोट के लोगों को एक मौका मिला है। उन्होंने धर्म का सियासीकरन करने के लिए अकालियों की तीखी आलोचना की जिसके लिए उन्होंने लंगर पर जीएसटी और बरगाड़ी में बेअदबी की घटनाओं का जि़क्र किया।
नौजवानों को स्मार्ट फ़ोन देने का वायदा पूरा करने में असफल रहने के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार पर अकालियों द्वारा लगाऐ गए दोषों पर प्रतिक्रिया प्रकट करते हुए जाखड़ ने कहा कि कांग्रेस सरकार अवश्य अपने वायदों को पूरा करेगी। अकाली विधानसभा में दलजीत सिंह चीमा द्वारा किये गए वायदे अनुसार लैपटाप /आई पैड देने में असफल रहे।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिन्दर सिंह बाजवा, साधु सिंह धर्मसोत, बलबीर सिंह सिद्धू, सुखजिन्दर सिंह रंधावा, गुरप्रीत सिंह कांगड़ और सांसद संतोख सिंह उपस्थित थे।