शाहकोट : आम आदमी पार्टी (आप) के सूबा सचिव और शाहकोट उप चुनाव के को-आर्डीनेटर जगतार सिंह संघेड़ा ने शाहकोट हलके के सरकारी स्कूलों और डिस्पेंसरी, अस्पतालों की दयनीय हालत पर गहरा अफसोस जताते हुए इसके लिए अकाली दल -भाजपा और कांग्रेस को जिम्मेदार बताया।
‘आप’ द्वारा जारी प्रैस बयान में जगतार सिंह संघेड़ा ने कहा कि सरकार स्कूलों में अध्यापकों, स्टाफ और बुनियादी सहूलतों की कमी होने के कारण शैक्षिक माहौल ही नहीं है, जिसका सीधा प्रभाव सरकारी स्कूलों में पढ़ते साधारण और गरीब परिवारों के बच्चों के सालाना नतीजों पर पड़ रहा है। संघेड़ा ने कहा कि इस साल फिर दसवीं और बारहवीं की बोर्ड कक्षाओं के नतीजे बेहद निराशाजनक रहे हैं।
‘आप’ नेता ने कहा कि दिल दहलाने वाली यह चिंता पैदा हो गई है कि पहले केवल कजऱ् तले आ मज़दूर ही आत्म हत्या करने वाले बुरे रुझान में पड़े हए थे। अब खराब स्कूली नतीजों और बेरोजगारी के साथ भरे अंधकारमय भविष्य के दबाव में स्कूली विद्यार्थियों ने भी आत्महत्याओं का गलत रास्ता पकड़ लिया है। जिसके लिए सीधे तौर पर सूबा सरकारें जिम्मेदार हैं।
जगतार सिंह संघेड़ा ने जहां पंजाब सरकार को शिक्षा और सेहत के क्षेत्र में दिल्ली की अरविन्द केजीरवाल सरकार का माडल पंजाब में लागू करने की अपील की वहीं शाहकोट हलके के किसानों -मज़दूरों -बेरोजगारों और विद्यार्थियों को कहा कि अकाली -कांग्रेस सरकारों की ओर से पैदा की चुणौतियों पर जीत पाने के लिए शाहकोट उप चुनाव में अकाली दल और कांग्रेस के उम्मीदवारों को करारी हार दी जाए।