अमृतसर : पूर्व मंत्री और अकाली दल के जनरल सचिव स: बिक्रम सिंह मजीठिया ने दोष लगाया कि हर मुहाज़ पर फल हो चूक कांग्रेस ने बुखलाहट में पंचायती राज मतदान में जीत हासिल करन के लिए ग़ैर सामाजिक तत्वों की इस्तेमाल करन की पूरी तैयारी कस ली है। जिन का दुरुपयोग आगामी लोग सभा मतदान में वोटरों को प्रभावित करन और दहशत पैदा करन हित किया जायेगा। जो साफ़ नजऱ आ रहा है। स: मजीठिया राज के अमन कानून की नाजुक हालात प्रति गंभीर होते पै्््रस कान्फ्रेंस को संबोधन कर रहे थे ने गाँव उदोके सरपंच सन्दीप सिंह को प्रेस सामने पेश करते बताया कि कांग्रेस की शह के साथ ग़ैर सामाजिक अनसर हरमन रूप की तरफ से सरपंच सन्दीप सिंह को सरपंची पर न खड़ा होने के लिए धमकाया जा रहा है, धमकी की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बावजूद पुलिस प्रशासन गंडा अनसरें पर कोई कार्यवाही नहीं कर रही। वीडियो में धमकी भरे बोल बोलते हलका मजीठा के गाँव उदोके रहने वाले हरमन चांदी जिस पर दर्जन के करीब पुलिस केस दर्ज हैं। ने कहा कि”मैं मेजर सिंह का लड़का हरमन दीप सिंह रूप बोलदें, इस बार आपने मेरे ताया हरभाग सिंह को वोट डालनी है। जिस ने वोट न पाई उन का मसला मैं ख़ुद हल कर लूँगा”यह वीडियो को दिखाते सवाल किया कि क्या पुलिस और सरकार सत्य को दबाव कर एक ओर नुक्सान होता देखना चाहती है। राजनैतिक अतिवाद की बात करते उन कहा कि राजासांसी के गाँव ख्याले दे दो बार सरपंच रहे सरबजीत सिंह को मतदान में रास्ता साफ़ करन हित दिन दिहाड़े बेरहमी के साथ कत्ल कर दिया गया। इसी तरह गाँव माँझ के दिलबाग सिंह जिस की तरफ से पहले ही एक परिवार दे दो भाइयों का कत्ल किया जा उठाया है की तरफ से इस बार फिर जेल से छुट्टी आ कर तीसरे भाई का भी कत्ल कर दिया गया।
यहाँ तक कि बटाले के गरीब परिवार के साथ सम्बन्धित पंजाब की 8साल की बेटी को जबरन करन उपरांत कत्ल कर दिया गया। उक्त केस को दूसरा निरभ्या अध्याय ठहराते बताया कि पीडित परिवार की तरफ से बची की गुमशदगी बरे पुलिस को सूचना देने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हुई। गाँव वाल्यें को जिन पर शक था उन को किसी नहीं पूछा और अगले दिन उसी कांग्रेसी कैप्टन रत्न सिंह जो कि जि़ला गुरदासपुर के साथ सम्बन्धित कांग्रेसी नेता का नज़दीकी है के घर से कोस कोस कर मारी गई उक्त बच्ची की लाश निर्यात हुई। आज उसी पीडित परिवार को धमकें मिल रही हैं। परन्तु हैरानी की बात है कि वहाँ आज तक न कोई सरकारी नुमायंदा और न कोई मंत्री पीडित परिवार की सार लेने गया। उन कहा कि पुलिस कार्यवाही से संतुष्ट न होने की स्थिति में अकाली दल ठोस कार्यवाही के लिए मजबूर होगा। उन बताया कि अकाली दल हर उस बेइसाफी और व्यक्ति खि़लाफ़ लड़ाई लड़ेगा जो लोकतंत्रीय कदरों कीमतों का कत्ल करन पर तत्पर होगा। उन कहा कांग्रेस की गलत नीतियों के साथ पंजाब के हालात बिगड़ सकते हैं। ऐसा हुआ तो पंजाब को फिर भारी नुक्सान सहन पड़ेगा। उन जस्टिस रणजीत सिंह कमीशन को कांग्रेस गांधी कमीशन और इनजस्टिस कमीशन का नाम दिया। उन बताया कि कांग्रेस की मिली भुगत के साथ ही रिफरैमडम 2020 वाले और सरकारी अपने आप बना जत्थेदार पंजाब का माहौल खऱाब करन और भाई बरसाती जंग के लिए जाल बुन रहे हैं। उन कांग्रेस की उक्त व्यवहार को इंद्रा गांधी की नीति पर आज भी चलते होना इकरार दिया।
उन अफ़सोस के साथ कहा कि कांग्रेस के पास घटिया राजनीति के इलावा पंजाब के लिए कोई रचनात्मिक एजेंडा नहीं है। आखिर में स: मजीठिया ने कहा कि पुलिस मजलूमें को इंसाफ़ देने की जगह राजनैतिक दबाव के अंतर्गत गलत अनसरों के हक में भुगत रही है। उन सरकार को वार्निंग दी कि अगर पीडित परिवारों की संतुष्टि नहीं होती तो अकाली दल बड़ी लड़ाई लड़ेगा। इस मौके पूर्व मंत्री जनवा: गुलजार सिंह रणीके, बीबी जगीर कौर, वीर सिंह लोपोके, मलकियत सिंह ए आर, विरसा सिंह बड़ी देग, हरमीत सिंह संधू, बौनी अमरपाल सिंह अजनाला, दलबीर सिंह वेरका (सभी पूर्व विधायक) गुरप्रताप सिंह टीका, भाई रजिन्दर सिंह मेहता, बावा सिंह घमंड पुरवाई, हरजाप सिंह सुलतानविंड, मंगविन्दर सिंह खापडख़ेड़ी, बीबी किरनजोत कौर, अमरजीत सिंह बंडाला, बिकरमजीत सिंह कोटला, जोध सिंह सम्रा, भाई मनजीत सिंह ( सभी मैंबर शिरोमणी समिति) दिलबाग सिंह प्रधान, दर्शन सुलतानविंड, महेश शर्मा, गुरप्रीत सिंह रंधावा, सुरिन्दर सुलतानविंड, बीबी वजिन्दर कौर वेरका, बीबी राजविन्दर कौर, मेजर शिवि और पिरो: सरचांद सिंह आदि मौजूद थे।