अमृतसर : पंजाब सरकार द्वारा एनआरआई पंजाबी बच्चों को अपने विरसे से जोड़ने के लिए शुरू की गए उद्यम ‘अपनी जड़ों से जुड़ें’ कार्यक्रम तहत इंग्लैंड से आये 18 बच्चों ने श्री हरिमंदिर साहिब के दर्शन किये। इस से पहले वह अट्टारी रिट्रीट सेरेमनी में शामिल हुए। कोर्डिनेटर वरिंदर सिंह खेरा ने बताया की बच्चे श्री हरिमंदिर साहिब के दर्शन व् अपना अधियात्मक विरसा करके बहुत प्रसन हुए।
उन्हा श्री हरिमंदिर साहिब की मर्यादा के बारे में विस्तार में जानकारी हासिल की और इतिहास के बारे जानकारी प्राप्त की। श्री हरिमंदिर साहिब में बच्चो ने कीर्तन का आनंद माना और लंगर भी खाया। बचे श्री हरिमंदिर साहिब की रहन्दी सुंदरता देख कर बहुत प्रसन हुए और काफी तस्वीरें ली। इस से पहले अट्टारी रिट्रीट सेरेमनी में शामिल हुए और दोनों देशों में भाईचारे के रूप में रिट्रीट सेरेमनी की रसम का आनद लिया। आज सुबह बच्चें श्री रामतीर्थ के दर्शन करने गए और दुपहर में जल्लिआं वाला बाघ पहुंचे। जल्लिआं वाला बाघ का दुखत सुन के बच्चें बहुत भावुक हुए। इस दौरान बच्चों ने हॉल गेट से शॉपिंग भी की और अपने साथियों के लिए तोफे लिये। इस के इलावा बच्चें शाम को सदा पिंड पहुँच कर पुरातन पंजाब का नज़ारा मानन गये। उन्होंने कहा की वो अपने इस अमीर विरसे और सबयचार के बारे दुसरे बच्चों को भी बताये। इस मोके पे उनके साथ आये गुरशरण सिंह शेर ने बताया की इंग्लैंड से आये इस प्रतिनिधिमंडल में वरिंदर सिंह खेड़ा , सुरिंदर कौर खेड़ा , हरलीन खेड़ा , सेरेना जसल , लीह जस्सल , जोसन दोसांज , गुरजीत सिंह , सिमरन लाल , काजल सिंह , हैरी सिंह , हरद्देप सिंह संधू , सरगरम छाबड़ा , तरुण पवार , जसकरण रतन ,को अमृतसर पहुँच कर पंजाब के अचे से दर्शन किये और गुरु नगरी से मिले प्यार से बेहत प्रसन हुए।