अमृतसर : दमदमी टकसाल दे प्रमुख संत ग्यानी हरनाम सिंह ख़ालसा ने शहादत गैलरी डाउट काम वेब साइट लांच की है। यह वेब साइट शहीदी गैलरी सम्बन्धित संगत को और ज्यादा जानकारी देने के मकसद के साथ बनाई गई है। शहीदी गैलरी श्री हरिमन्दर साहब श्री दरबार साहब अमृतसर में जून’84 दौरान भारतीय फ़ौज के हमलो का मुकाबला करते शहादतें गए संत ज्ञानी जर्नैल सिंह ख़ालसा भिंडरावालों और साथी सिंहों की याद में बनाए गए गुरुद्वारा यादगार शहीदों की भूमिगत हाल में बनाई जा रही। इस वेब साइट में दमदमी टकसाल की प्रचार सरगर्मियाँ को भी जगा दी गई है। और जून’84 के हमले दौरान श्री दरबार साहब समूह में शहीद हुए 894 नामों की प्राप्त सूची के इलावा अब तक प्राप्त 300 के करीब शहीदों की तस्वीरों शामिल की गई हैं। उन बताया कि बाकी शहीदों की तस्वीरों एकत्रित करन का कार्य तेज़ी जारी है।
उन बताया कि रवायती और आधुनिकता के सुमेल वाली शहीदी गैलरी का निर्माण जल्द से जल्द मुकम्मल कर लिया जायेगा। इस मौके दमदमी टकसाल प्रमुख ने हरियाणा के हिसार में सिक्ख परिवार पर गुंडों की तरफ से किया गया जान लेवा हमला और नंगे नाच की सख़्त निषिद्धता की है। उन पीडितों खि़लाफ़ ही पर्चा करते मुलजिमों को बचाने में लगे पुलिस प्रशासन को भी आड़े हाथ लिया। उन कहा कि सिक्ख परिवार की मारकुटायी करन वालों की तरफ से गर्भवती औरत क मारना अणमनुक्खी काम है। उन कहा कि सिक्ख परिवार पर गुंडों की तरफ से किया गया जान लेवा हमला और ककारों की बेअदबी को ले कर सिक्ख कौम में भारी रोश है। उहना हरियाणा सरकार को पीडित परिवार को हर हाल में इंसाफ़ दिलाने और दोषियों खि़लाफ़ सख़्त कार्यवाही करन के लिए कहा। उन अफ़सोस प्रकट करते कहा कि भारत में सिक्ख कहीं भी सुरक्षित नहीं रहा है, सिलांग हो या हिसार या फिर खाजूवाला बीकानेर राजस्थान, जगह जगह सिक्खों को सोची समझी साजिश के अंतर्गत निशाना बनाया जा रहा है। भारत में नित्य सिक्खों के साथ दूसरे दर्जो के शहरी वाला बरताव हो रहा है, जिस के लिए सरकारें जि़म्मेदार हैं। उन सिक्खों पर हो रहे हमलों को रुकावट डाल पहनने के लिए पंथ को एक होने की अपील की। इस मौके श्री अकाल तख़्त साहब के पूर्व जथेदार सिंह साहब भाई जसबीर सिंह ख़ालसा, शिरोमणी समिति मैंबर भाई अजायब सिंह अभ्यासी, भाई जसपाल सिंह सिद्धू मुम्बयी, जत्थे: सुखदेव सिंह आनंदपुर, भाई चमकौर सिंह और पिरो: सरचांद सिंह भी मौजूद थे।