लुधियाना (अजय पाहवा ) सवर्ण समाज द्वारा किये गये भारत बंद की घोषणा के तहत ग्यासपुरा चौंक जी.टी रोड पर सवर्ण समाज व विभिन संस्थाआें द्वारा केन्द्र सरकार का पुतला फूक कर एस.सी.एस.टी एक्ट के अन्यायी विधेयक के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया गया। सवर्ण एकता संघ, राष्ट्रीय ब्राहम्ण युवजन सभा व पुर्वांचल जन कल्याण संगठन, द्वारा आयोजित इस रोष प्रदर्शन का नेत्तृव कर रहे सवर्ण नेता राजेश मिश्रा ने कहा कि एस.सी.एस.टी एक्ट का अन्यायी विधेयक सवर्ण समाज के खिलाफ है। सवर्ण समाज दलित विरोधी नहीं, परन्तु आरक्षण जातिगत नहीं बल्कि गरीबी के आधार पर मिलना चाहीए। आज सवर्ण समाज के नौजवान आरक्षण के कारण प्रथम श्रेणी में पास होने के बावजूद भी उपाधि लेकर सड़कों पर धक्के खा रहे हैं। केन्द्र की सरकार ने साजिश के तहत लोगों को लड़ाने का कार्य किया है। जो काला कानून सवर्ण समाज पर थोपने का केन्द्र साजिश कर रही है, उसे कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। एस.सी.एस.टी, अल्पसंख्यक समाज, पिछड़ा वर्ग के लोगो के लिए केन्द्र और राज्य सरकारों ने आयोगों का गठन कर रखा है, लेकिन केन्द्र सरकार और राज्य सरकार सवर्ण आयोग के गठन पर गंभीर नहीं दिख रही। सरकार केवल वोट बैंक की राजनीत कर रही है।
जिन सुविधायों के लिए इस समाज ने केन्द्र को सत्ता सौंपी थी, सरकार उन सुविधायों और योजनाओं को लेकर अपने मिशन से भटक चुकी है और सवर्ण समाज के साथ धोखा किया जा रहा है। एस.सी.एस.टी एक्ट के इस तानाशाही कानून के तहत बेगुनाह प्रताड़ित किये जा रहे हैं, जो सरासर ना-इन्साफी है। सवर्ण समाज जाग चुका है, अगर समय रहते केन्द्र सरकार ने सवर्ण समाज के हित कोई कठौर निर्णय ना लिया तो नोटा के ईलावा इस समाज के पास कोई और विकल्प नहीं है। रोष प्रदर्शन को समाजिक नेता ए.एन. मिश्रा, चन्द्रभान चौहान, पूर्व पार्षद राधे कृष्ण, पंडित अवधेश पांडे, ड़ा संजय, विपिन कुमार गुप्ता, उदय सिंह राठौर, बृजभुषण सिंह, मुकेश राज ने भी संबोधित किया और सरकार को चेतावनी देते कहा कि अगर सरकार इस काले कानून के खिलाफ संशोधन नहीं करती तो समाज अपने रोष को और तेज़ करके वर्ष 2019 में भाजपा सरकार के खिलाफ सुलकर मैदान मे डटेगा। इस रोष प्रदर्शन में पी.डी शुक्ला, लाल जी तिवारी, बृज भुषण सिंह, मुकेश राज, संतोष उपाध्या, डी.एन पांडे, प्रशांत पाठक, पंडित नंन्द लाला शुक्ला, पंडित प्रदीप शर्मा, पंडित राम मेंहर शर्मा, राजीव तिवारी, राज बहादुर पाल, अरविंद पांडे, राजेश पांडे, रमेश पांडे, राजनरायण तिवारी, सुधीर मिश्रा, राहुल पांडे, ड़ा मनीष मिश्रा, रजिंन्द्र सिंह ठाकुर, विमल पांडे, मुनिंद्र नाथ राये, लक्ष्मीकांत तिवारी, प्रदीप पाल, लाल साहिब मिश्रा, मुन्ना कुशवाहा, आलोक मिश्रा, हीरा लाल पांडे, विश्वेश सिंह सोनु, बृजेश पाठक, अमृ त लाल तिवारी, समर सिंह राठोर, उदय सिंह राठौर, शिव कुमार गुप्ता, अवध प्रकाश पांडे अतियादी के इलावा बड़ी संख्या में सवर्ण समाज के लोग उपस्थित थे।