जालंधर : पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत ङ्क्षसह सिद्धू ने कहा है कि आतंकवाद से कोई समझौता संभव नहीं है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि शहीद कौम के सरमाए होते हैं। आतंकवाद का सिर कुचल देने में ही समझदारी है क्योंकि आतंकवादी का कोई धर्म या जात नहीं होती है। उन्होंने सांप का हवाला देते हुए कहा कि अगर सांप डंक मारता है तो उसका इलाज सांप के जहर से संभव होता है। इसी तरह आतंकवाद का समूल नाश करना ही उचित रहेगा।
सिद्धू ने कहा कि पंजाब ने अपनी छाती पर आतंकवाद झेला है। इससे कोई समझौता नहीं किया जा सकता है। आतंकवाद के कारण हजारों लोगों ने शहीदियां दी। अब एक चौथा आतंकवाद भी पंजाब में दस्तक दे रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब के नौजवान विदेशों में जा रहे हैं तथा इस वर्ष इन नौजवानों ने लगभग 27,000 करोड़ रुपए की फीसें विदेशों में भरी हैं। इन्हें रोक कर ही पंजाब को आगे ले सकते हैं। नशों का जिक्र करते हुए सिद्धू ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में पंजाब में नशा बढ़ता गया परन्तु उस पर रोक लगाने की कोशिशें नहीं हुई। पंजाब के नौजवान नशों में लिप्त हो गए। जिन नौजवानों के डोले पहले फड़कते थे अब उनमें वह ताकत नहीं रही क्योंकि नशों ने उनका जीवन बर्बाद कर डाला। सिद्धू ने नाम लिए बिना अकालियों पर बरसते हुए कहा कि उनका ध्यान केवल बसें डालने, होटल बनाने तथा अपना कारोबार चलाने तक ही सीमित रहा। पंजाब की राजनीति को अकालियों ने गंदला कर दिया। उनकी भूख मिटी ही नहीं। वह केवल अपने तक ही सीमित होकर रह गए जिस कारण जनता ने उन्हें सजा दी।
सिद्धू ने कहा कि राजनीति को कुछ लोगों ने धंधा बना लिया है। वह नाम कमाने के लिए नहीं बल्कि पैसा कमाने के लिए राजनीति में आए हुए हैं। ऐसे लोग ही समाज को धर्म के नाम पर बांटते हैं परन्तु फिर भी उन्हें शर्म नहीं आती। उन्होंने कहा कि अब लोगों को धर्म या जात-पात के नाम पर बांटा नहीं जा सकता है।