अमृतसर : सचखंड श्री हरमन्दिर साहिब में जून 84 के घलूघारे के दौरान संत जरनैल सिंह खालसा भिंडरावलिया की नेतृत्व ‘में समे की हुकूमत के साथ लोहा लेते हुए शाहिदी प्राप्त कर चुके सभी शहिदो की याद में गुरुद्वारा यादगार शहिदा के अस्थान ‘दमदमी टक्साल के मुखी संत ज्ञानी हरनाम सिंह खालसा की और से बाईट डाई सालो से शहिदो के नाम पर आरम्भ किये गए श्री अखंड पाठों की लड़ी का आज भोग डाला गया। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए,ज्ञानी गुरबचन सिंह ने कहा कि वही लोग चढदीकला में रहते हैं जो शहीदों को याद करते हैं।
उन्होंने कहा कि संत ज्ञानी जर्नल सिंह जी खालसा भिंडरावाले और साथी सिंघो का रक्त बहाकर अन्याय के खिलाफ लड़े और महान शहीदी प्राप्त की । उन्होंने कहा कि दमदमी टक्साल श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज से संरक्षक जथेबंदी हैं। गुरबानी का प्रचार पसार करने वालों के अलावा, गुरुद्वारों की रक्षा के लिए हमेशा एक खंडा खड़काने वाले रहै। दमदमी टक्साल के मुखी संत ज्ञानी हरनाम सिंह खालसा की पंथ प्रति सेवाओं की प्रशांसा करते हुए उन्होंने कहा कि शहीदी यादगार की उसारी में यहाँ देश विदेश की सांगतो का महत्वपूर्ण योगदान रहा वही बाबा हरनाम सिंह जी खालसा की और से अपने सिर पर टोकरियों उठाने और खुद अपने हाथो से रोड़ी कूट कर दिन रात सेवा में जुटे रहने के प्रति संगतो को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ियों को हमेशा आम आदमी के लिए निर्देशित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि दमदमी टक्साल को गुरबानी उच्चारण की शुद्ध संथिया मिलती है वे शायद ही कभी किसी अन्य संगठन से मिली होगी। उन्होंने कहा कि दमदमी टक्साल से गुरुबाणी उचारणे की जो सुध भाव मिलते है वह शायद ही किसी और संस्था में मिलते हों। इस अवसर संत ज्ञानी हरनाम सिंह खालसा ने शहीदों की पदवी को महँ बताते हुए कहा कि वह शहीदों की सेवा दमदमी टक्साल को सोपने के लिए श्रोमणि कमिटी और पंथ का सदा रिणी रहेंगे। उन्होंने सुचिया जथेबंदियो को उसरी अधीन शहीदी गए;गैलरी की जल्द से जल्द मुरमत करने का में सहिओयोग देने व् शहीदों की तस्वीरों और अन्य जानकारी दमदमी टक्साल या श्रोमणि कमिटी को तुरंत पहुंचने की अपील की।
श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार भाई जसबीर सिंह खालसा ने कहा कि श्री दरबार साहिब पर हमला भारत सरकार की षड्यंत्र का परिणाम था। उन्होंने कहा कि गैर-घोषणात्मक वक्तव्यों के माध्यम से केंद्रीय कांग्रेस नेताओं द्वारा हमले की तैयारी के कारण उत्तेजना की घटनाएं बनाई गई थीं।
इस अवसर पर मौजूद शहीद परिवारों को सम्मानित किया गया।इस अवसर पर, सिंह साहिब ज्ञानी जगतर सिंह अतिरिक्त हेड ग्रांथी श्री दरबार साहिब, साहिब सिंह ज्ञानी बलविंदर सिंह गांधी श्री दरबार साहिब, ज्ञानी मलिकित सिंह हेड ग्रांथी श्री अकाल तख्त, भाई राजदीप सिंह अरेदासिया श्री दरबार साहिब, बाबा मेजर सिंह वंद, बाबा मोहिंदर सिंह , बलविंदर सिंह,जथा: अजीत सिंह मेहता, भगवंत सिंह सियालका, भाई कुलदीप सिंह रोड, प्रबंधक जसविंदर सिंह दीनूपुर, लखबीर सिंह आदि: प्रबंधक, प्रो। सरचंद सिंह, भाई सतनाम सिंह, भाई प्रमानम सिंह, भाई पारदी सिंह, भाई हर्षदीप सिंह मेहता शहीद परिवार में मौजूद था