दिल्ली : सन्त निरंकारी मिशन 17 नवम्बर को सन्त निरंकारी आध्यात्मिक परिसर, जी.टी. रोड, समालखा (हरियाणा) में ‘रोशन मीनार की सबसे बड़ी मानव आकृति ’बना करअपना नाम गिनीज़ बुक आॅफ वल्र्ड रिकार्ड्स में दर्ज करवाने का प्रयास करेगा ।यह आकृति उसी स्थल पर बनाई जा रही है जहां ठीक एक सप्ताह के पश्चात् मिशन का तीन दिवसीय 71वां वार्षिक निरंकारी संत समागम आरंभ हो रहा है।
संसार के इस सबसे बड़े कार्यक्रम में भारत के विभिन्न भागों तथा दूर-देशों से आए 25,000 से भी अधिक पुरुष तथा महिलाओं के भाग लेने की आशा है। वास्तव में इन सब के नाम पहले ही रजिस्टर किये जा चुके हैं जिस के लिए अंतिम तिथि थी 4 नवम्बर यह कार्यक्रम माता सविन्दर हरदेव जी को सपर्पित होगा जिन्होंने 13 मई, 2016 से लेकर 5 अगस्त 2018 तक सद्गुरु रूप में मिशन का मार्ग दर्शन किया । माता सविन्दर हरदेव जी चाहते थे कि मिशन का प्रत्येक अनुयायी एक रोशन मीनार बने और ब्रह्मज्ञान के इस उजाले को संसार के कोन-कोने तक फैलाये ।उनका विश्वास था कि कर्म की आवाज़ शब्दों से भी अधिक होती है।