जालन्धर : लोगों को धान की पराली जलाने से रोकनो के उदेश्य से आज पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की टीम ने जिला जालन्धर के पाँच गाँवों में किसानों को धान की पराली जलाने से रोकनो के उदेश्य से मीटिंग करके उनको पराली के सही उपयोग के लिए इन-सीटू तकनीक का प्रयोग करने के लिए उत्साहित किया । इसमें फोलडीवाल, हल्लोताली, दनियाल, उदोपुर और लांबड़ी गाँव के किसानों ने इस मीटिंग में भाग लिया गया और उन्होने बताया कि उनकी तरफ से पहले ही पराली के उचित उपयोग के लिए पराली की गाँठें बनाईं गई हैं और मलचर और रोटावेटर आदि अति-आधुनिक मशीने कृषि सेवा केंद्र और सहकारी सोसा-ईटियों से प्राप्त करके प्रयोग की जा रही है। उन्होने आगे बताया कि इस के अतिरिक्त उनकी तरफ से भूमि की उपजायो शक्ति को बढ़ाने के लिए पराली को खेतों में ही जोत कर मिलाया जा रहा है ।
इस अवसर पर सहायक पर्यावरण इंजीनियर गुरनीत सेठी के नेतृत्व वाली टीम पराली को आग लगाने से संबंधित मामलों की जांच की जिसमें कोई मामला सामने नहीं आया। इस अवसर पर टीम सदस्यों ने किसानों को पराली जलाने से होने वाले हानिकारक प्रभावों के प्रति जागरूक करने के लिए पैंफलेट भी वितरित किये।