जालन्धर : जिला मंडी बोर्ड की तरफ से एक स्थानीय एन.जी.ओ रूटस के सहयोग से सब्जी और फल मंडी को प्लास्टिक फ्री जोन बनाने का लक्ष्य रखते हुए व्यापारियों को प्लास्टिक बैग की बजाय कम्पोस्टेबल कैरी बैग का प्रयोग करने के लिए जागरूक किया। जिला मंडी अधिकारी वरिन्दर खेड़ा, सचिव रुपिन्दर मिनहास और गैर9सरकारी संगठनों के प्रतिनिधिों ने व्यापारियों को कम्पोस्टेबल कैरी बैग का प्रयोग करने के लिए उनके साथ मुलाकात की। उन्होने ने इन व्यापारियों को कैरी बैग के प्रयोग के प्रति जागरूक करते कहा कि प्लास्टिक के प्रयोग से वातावरण को होने वाले नुक्सान के बारे में बताया।
उन्होने कहा कि यह समय की माँग है कि हर एक व्यक्तियों द्वारा प्लास्टिक के लिफाफों के स्थान पर इन कम्पोस्टेबल कैरी बैग के प्रयोग को विश्वसनीय बनाये । ताकि वातावरण को होने वाले नुक्सान को कम किया जा सके। उन्होने को बताया कि यह कम्पोस्टेबल कैरी बैग वातावरण एवं मानवीय स्वास्थ्य को कोई नुक्सान नहीं करता हैं और इन थैलों को मिट्टी में आसानी से सडाया या गलाया जा सकता है जब कि प्लास्टिक की थैलियां कई सालों तक कंपोज नहीं होती और जानकारी देते हुए डी एम ओ खेड़ा ने बताया कि एक जागरूकता सैमीनार 26 दिसंबर को होगा। इस लिए मार्केट में हर व्यापारी एवं विक्रेता प्लास्टिक की थैलियों के प्रयोग को ख़त्म करने को विश्वसनीय बना कर मंडी को प्लास्टिक फ्री जोन बनाया जा सकता है। खेड़ा ने कम्पोस्टेबल कैरी बैग के निर्माताओं को भी सैमीनार में हिस्सा लेने के लिए कहा।