कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर : दमदमी टकसाल दे प्रमुख और संत समाज दे प्रधान संत ग्यानी हरनाम सिंह ख़ालसा ने पाकिस्तान को करतारपुर रास्ता के द्वारा गुरुद्वारा साहब दे दर्शन के लिए जाने वाले सिक्ख श्रद्धालू से 20 डालर (1400 रुपए) फ़ीस वसूलण दे प्रस्ताव पर फिर विचार करते इस को रद्द करन की अपील की है। सरचांद सिंह की तरफ से जारी बयान में दमदमी टकसाल के प्रमुख ने भारत और पाकिस्तान की तरफ से आपसी बड़ी खटास और सिक्ख विरोधी लाबी की तरफ से डालीं जा रही अड़चणों के बावजूद करतारपुर रास्तो की उसारी मुकम्मल करन की वचनबद्धता पर तसल्ली का दिखावा किया। बाबा हरनाम सिंह ख़ालसा ने कहा कि रास्ता दोनों देशों के लिए अमन का पुल है और दोनों देशों का अवाम अमन चाहता है। उन्होंने पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान ख़ान को कहा कि जहाँ उस की तरफ से सिक्ख भाईचारो का दिल जीतने के लिए सिक्ख यात्रुयों के लिए वीज़ा नियमों में ढील देने, मल्टीपल वीज़ा और आन लायन वीज़ा प्रणाली को धार्मिक सैर सपाटा शेरनी में रखने, ननकाना साहब रेलवे स्टेशन का नाम बदल कर बाबा गुरू नानक रेलवे स्टेशन रखने, अगवा हुई सिक्ख लड़की के मामले को सुलझाने और पाकिस्तान में गुरू नानक देव जी के 550 साला प्रकाश पर्व को यादगारी बनाने के लिए सिक्ख भाईचारे को हर तरह सहूलतें देने जैसाकारात्मक स्वीकृति भरा है वहां ही वह करतारपुर रास्तो के लिए 20 डालर फ़ीस रखने के प्रस्ताव को ख़ारिज करते सिक्खों के लिए ओर छुट दिल्ली दिखाने। उन्होंने कहा कि रास्ते प्रति फ़ीस वसूलण को सीख संगतें और जत्थेबंदियाँ की तरफ से धार्मिक और भावनात्मिक नज़रिए के साथ देखा जा रहा है। इस वक्त विश्व भर की समूह सिक्ख संगतें की नज़रों पाकिस्तान सरकार की तरफ लगीं हुई हैं। उन्होंने कहा कि रास्ता खुलने और पाकिस्तान में स्थित गुरूधामों के दर्शन दीदारे के साथ वहां सैर सपाटा को बढ़ावा मिलेगा तो ज़ाहर है आमदनी में भी भारी विस्तार होगा और इस भाईचारक सांझ को मज़बूत करन के इस कदम के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाक देश प्रति अच्छा संकेत जायेगा जो कि कई पक्षों से आलोचना का सामना कर रहे पाकिस्तान के लिए अपना अक्स सुधारने का सुनहरी मौका सिद्ध होगा। जिस को कि गँवाना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि फ़ीस रास्तो के रख रखा के साथ सम्बन्धित है तो यह रकम उपयुक्त और इतनी सा ही हो जिस को एक गरीब सिक्ख भी आसानी के साथ अदा कर सके। उन्होंने कहा कि आम यात्रुयों पर फ़ाल्तू आर्थिक बोझ नहीं पाया जाना चाहिए, जब कि इस वक्त पाकिस्तान हाई कमीशन की तरफ से यात्रुयों से 125 रुपए वीज़ा फ़ीस वसूली जा रही है। दमदमी टकसाल के प्रमुख ने पाकिस्तान में स्थित गुरूधामों की सेवा संभाल और फिर उसारी कराने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। उसी तरह उन्होंने हिंदु तीर्थ असथानें और मंदिरों बारे भी माहौल बनाने की पाकिस्तान सरकार से अपील की।
संत भिंडरावालों की तस्वीर का निरादर करन वालों ख़िलाफ़ कार्यवाही करे कालेज प्रशासन: बाबा हरनाम सिंह ख़ालसा। इसी दौरान दमदमी टकसाल के प्रमुख संत ज्ञानी हरनाम सिंह ख़ालसा ने गुरू नानक इंजीनियर कालेज लुधियाना में बीते दिनों कुछ शरारती अनसरें की तरफ से संत ज्ञानी जर्नैल सिंह ख़ालसा भिंडरावालों की तस्वीर की की गई निरादर और बेकसूर सीख विद्यार्थी की की गई मारपीट की सख़्त शब्दों में निषिद्धता की। उन्होंने दोषियों विरुद्ध कार्यवाही करन में फेल हुई कालेज प्रशासन को आड़े के द्वारा लिया और दोषियों विरुद्ध सख़्त कार्यवाही करन के लिए कहा। उन्होंने कहा कि उक्त मन्दभागी घटना प्रति सिक्ख नौजवानों में भारी रोश और गुस्सा पाया जा रहा है। इंसाफ़ न होने की सूरत में हालात ख़राब होने की ज़िम्मेदारी कालेज प्रशासन की होगी।