कल्याण केसरी न्यूज़ 3 फरवरी: हर घर सफ़ाई मुहिम के अंतर्गत अब तक ज़िले में 31 हज़ार पखाने बन उठा हैं,जिस और 51 करोड़ 45 लाख 35 हज़ार 500 रुपए लागत आई है। इतना पखान्यों के बनने साथ लोगों का बुनियादी सहूलतें मिलने साथ जीवन स्तर में सुधार हुआ है और अमृतसर ज़िला 28 मार्च 2018 से खुले पखाना मुक्त खुले आम जा चुका है।
हर घर सफ़ाई मुहिम और लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाने के मकसद के साथ ब्लाक अजनाला में 5932, अटारी में 4925,चोगावें में 3210, हर्षा छीना में 2353, जंडियाला में 2213, मजीठा में 2069, रईआ में 3195, तरसिक्का में 2793 और वेरका में अब तक 4310 पखाने मुकम्मल हो चुके हैं और 6628 पखाने और काम चल रहा है जो कि बहुत जल्दी मुकम्मल हो जायेगा।
इस सम्बन्धित बातचीत करते गाँव भगतपुरा के गुरदीप सिंह ने बताया कि उसके घर में पखाना बनने साथ उसके परिवार को काफ़ी राहत मिली है। उसने बताया कि इस से पहले उसके परिवार के सदस्यों को खुले में शौच के लिए जाना था,जिस के साथ कई बीमारियाँ लगने का ख़तरा भी बना रहता था और घर की महिलाएं को भी काफ़ी मुश्किलों सामना करना पैदा था। गुरदीप सिंह ने बताया कि अब घर में ही पखाना होने साथ जहाँ वह कई बीमारियाँ से बच गए हैं,वहां घर की महिलाएं को भी काफ़ी राहत मिली है। गुरदीप सिंह और गाँव वासियें की तरफ से सरकार की इस पहलकदमी की काफ़ी प्रशंसा की जा रही है।
उस ने बताया कि हमारे गाँव के सभी घरों में पखाने बन गए हैं। गुरदीप सिंह ने बताया कि सरकार की तरफ से पखाना बनाने के लिए 15 हज़ार रुपए भी मिल गए हैं।ज़िक्रयोग्य है कि पखाना बनाने के लिए जल स्पलाई और सेनिटेशन विभाग की तरफ से हरेक लाभ पात्री को तीन किश्तों में 15 हज़ार रुपए भी दिए जा रहे हैं और विभाग के अधिकारी और कर्मचारी गाँवों में कैंप लगा कर लोगों को अपने घरों में पखाना बनाने के लिए पे्ररित भी कर रहे हैं। इससाथ साथ विभाग की तरफ से 32 गाँवों में सफ़ाई मुहिम के अंतर्गत कम्यूनटी सैनटरी कंपलैक्स भी बनाऐ जा रहे हैं और गाँवों के कूड़ा करकट प्रबंधन के लिए वेस्ट मैनेजमैट अधीन काम भी किया जा रहा है जो कि अक्तूबर 2022 तक मुकम्मल हो जायेगा।