कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर 28 मई 2025:नशा मुक्ति केंद्र में चल रही योग कक्षाएं पंजाब सरकार द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे “फाइट अगेंस्ट ड्रग्स” अभियान के तहत एक सराहनीय योग पहल देखने को मिल रही है। मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में शुरू की गई सीएम योगशाला अब नशा मुक्ति केंद्रों तक पहुंच गई है, जहां नशा छोड़ने के इच्छुक युवाओं को मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाने के लिए नियमित योग सत्र आयोजित किए जा रहे हैं।इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर श्री अमित सरीन ने बताया कि अमृतसर में सरकारी मेडिकल कॉलेज में चल रहे स्वामी विवेकानंद नशा मुक्ति केंद्र और सरकारी नशा मुक्ति केंद्र में भी हर सुबह योगाभ्यास करने वाले सुनील कुमार द्वारा करीब 50 मरीजों को योग कराया जाता है। इन योग सत्रों में विश्राम, ध्यान, सूक्ष्म व्यायाम, हास्य चिकित्सा, ताली बजाने की चिकित्सा, योग आसन और प्राणायाम जैसी गतिविधियां शामिल हैं। ये सभी गतिविधियां तनाव दूर करने तथा मरीजों के मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक सिद्ध हो रही हैं। उन्होंने बताया कि सीएम योगशाला के तहत जिले में 234 योग कक्षाएं चलाई जा रही हैं तथा 25 योग प्रशिक्षक नियुक्त किए गए हैं। ये योग कक्षाएं पूरी तरह से निशुल्क हैं तथा बड़ी संख्या में लोग इन कक्षाओं का लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में 140 ग्राम पंचायतों में भी योग
कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं, जहां बड़ी संख्या में लोग शामिल होकर अपने आप को स्वस्थ बना रहे हैं। मेजर अमित सरीन ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा लगाई जा रही ये योग कक्षाएं पूरी तरह से निशुल्क हैं। उन्होंने कहा कि इन योग कक्षाओं का कोई भी व्यक्ति लाभ उठा सकता है। उन्होंने बताया कि अगर जिले के अन्य निवासी भी अपने क्षेत्र में योग कक्षाएं शुरू करना चाहते हैं तो वे 76694-00500 पर कॉल कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि किसी मोहल्ले में योग कक्षा शुरू करने के लिए कम से कम 25 लोगों का योग करने में रुचि होना आवश्यक है, जिसके बाद पंजाब सरकार वहां निशुल्क योग कक्षाओं के लिए विशेषज्ञ योग शिक्षक की व्यवस्था करेगी। उन्होंने जिला निवासियों से अपील की कि वे स्वस्थ और तंदुरुस्त जीवन के लिए योग से जुड़ें और पंजाब सरकार द्वारा चलाई जा रही निशुल्क योग कक्षाओं का लाभ उठाएं। सीएम योगशाला के अमृतसर जिला समन्वयक संजय सिंह ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य न केवल नशे से मुक्ति दिलाना है, बल्कि नशे की लत में फंसे लोगों को नया जीवन देना भी है। इस अभियान का लक्ष्य उन्हें आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनाकर समाज की मुख्यधारा में वापस लाना है। योग सत्रों में भाग लेने वाले युवाओं में एक नई ऊर्जा और उत्साह देखा जा रहा है। वे इस पहल में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं और नशे की दुनिया को छोड़कर सामान्य जीवन की ओर बढ़ रहे हैं। सरकार की यह पहल समाज के लिए एक सकारात्मक संकेत है। इससे न केवल नशे की लत से ग्रस्त लोगों को राहत मिल रही है, बल्कि पूरे समाज को एक नई दिशा मिल रही है।