श्री गुरु तेग बहादुर जी की अनुपम शहादत के उपलक्ष्य में अमृतसर सहित चार शहरों में होंगे बड़े कार्यक्रम – सौंद
सेवा और श्रद्धा का महा-संगम: युवाओं को गुरु साहिब की महान शहादत से जोड़ने के लिए विशेष अभियान की होगी शुरुआत – दीपक बाली
कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ, तरुणप्रीत सिंह सौंद, दीपक बाली और पर्यटन विभाग के उच्च अधिकारियों ने कार्यक्रमों की तैयारियों को लेकर बैठक की।
कल्याण केसरी न्यूज़, अमृतसर, 1 अगस्त 2025: ‘हिंद की चादर’ श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहादत दिवस को पंजाब सरकार ऐतिहासिक आयोजन के रूप में मनाएगी। आज इस आयोजन की तैयारियों को लेकर पंजाब के कैबिनेट मंत्री श्री हरभजन सिंह ईटीओ और श्री तरुणप्रीत सिंह सौंद ने संबंधित विधायकों और जिला अधिकारियों के साथ बैठक की और कार्यक्रमों की रूपरेखा पर चर्चा की।
मंत्रियों ने बताया कि जिन स्थानों पर गुरु साहिब जी के चरण पड़े हैं, वहां विशेष धार्मिक आयोजन सरकार द्वारा करवाए जाएंगे और उन गांवों एवं शहरों का विशेष विकास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अमृतसर सहित बाबा बकाला साहिब, जालंधर और आनंदपुर साहिब जैसे चार प्रमुख शहरों में कीर्तन दरबार भी आयोजित होंगे।
इस बैठक में विधायक कुलदीप सिंह ढालीवाल, विधायक जीवन्जोत कौर, विधायक दलबीर सिंह टोंग, विधायक जसबीर सिंह संधू, पर्यटन विभाग के सलाहकार श्री दीपक बाली और निदेशक श्री संजीव तिवारी भी उपस्थित थे। अधिकारियों को समूचे कार्यक्रमों की जानकारी दी गई और संगत की सुविधा के लिए आवश्यक निर्देश जारी किए गए।
सौंद ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि चार स्थानों से यात्राएं श्री आनंदपुर साहिब के लिए रवाना होंगी – इनमें गुरदासपुर से माज्हा, दोआबा, बठिंडा और फरीदकोट से यात्राएं चलेंगी, जो प्रदेश के प्रमुख जिलों से होते हुए आनंदपुर साहिब पहुंचेंगी। गुरदासपुर से रवाना हुई यात्रा अमृतसर में विश्राम करेगी।

धार्मिक आयोजनों की जानकारी देते हुए सौंद ने कहा कि विरासत-ए-खालसा में 23 नवम्बर को श्री अखंड पाठ साहिब का आरंभ होगा, जिसमें मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान सहित देश-विदेश की प्रमुख हस्तियाँ एवं धार्मिक विद्वान शामिल होंगे। उसी दिन मुख्यमंत्री द्वारा गुरु तेग बहादुर जी की शहादत पर आधारित डिजिटल प्रदर्शनी का उद्घाटन किया जाएगा।
इस अवसर पर सर्व-धर्म सम्मेलन भी आयोजित होगा जिसमें सिख इतिहास के विद्वान विचार-विमर्श करेंगे।
24 नवम्बर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जाएगा।
कैबिनेट मंत्री ने आगे बताया कि निहंग सिंहों द्वारा ‘मुहल्ला खालसा प्रदर्शनी’ भी आयोजित की जाएगी। साथ ही गुरु साहिब के जीवन और शिक्षाओं पर आधारित कवि दरबार, ढाढी और कविशरी कार्यक्रम भी होंगे। इसी दिन “लाइट एंड साउंड और ड्रोन शो” आयोजित किया जाएगा, जो पंजाब के हर जिले में करवाया जाएगा।
हरभजन सिंह ईटीओ ने कहा कि 25 नवम्बर को शाम 7 बजे “मिशाल-ए-शहादत” कार्यक्रम के अंतर्गत गुरु साहिब की शहादत को समर्पित करते हुए राज्य की सभी सरकारी इमारतों को रोशन किया जाएगा, और संगत से इसमें भागीदारी की अपील की जाएगी। आनंदपुर साहिब आने वाली संगत के लिए टेंट सिटी और धार्मिक स्थलों के दर्शन हेतु ई-रिक्शा की व्यवस्था की जाएगी। संबंधित सभी सड़कों की मरम्मत भी शीघ्र करवाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि 5 सितम्बर को आनंदपुर साहिब में रंगरेटे गुरु के बेटे भाई जैता जी की स्मारक का उद्घाटन कर कार्यक्रमों की शुरुआत होगी।
श्री दीपक बाली ने सभी अधिकारियों को इसे सेवा के रूप में करने की अपील करते हुए कहा कि युवा पीढ़ी को गुरु साहिब की शहादत से जोड़ने के लिए इन कार्यक्रमों में अधिक से अधिक योगदान दें। उन्होंने बताया कि आनंदपुर साहिब को “व्हाइट सिटी” बनाने की योजना तैयार की जा चुकी है और विशेष सफाई अभियान शुरू कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि पंजाब भर के लोगों को संदेश दिया जाएगा कि श्री गुरु साहिब की यात्रा पूरे राज्य में निकलकर श्री आनंदपुर साहिब पहुंचेगी। पंजाब के 23 जिलों में गुरु साहिब के जीवन पर आधारित “लाइट एंड साउंड शो (हिंद दी चादर)”, कवि दरबार, संगोष्ठियां और चर्चाएं शैक्षणिक संस्थानों में करवाई जाएंगी।
श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए टेंट सिटी, सड़कों की मरम्मत, इमारतों की रंगाई-पुताई, लाइटिंग आदि की विशेष व्यवस्था की जा रही है। पंजाब के चार प्रमुख शहर – श्री आनंदपुर साहिब, श्री अमृतसर साहिब, बाबा बकाला और पटियाला को विशेष रूप से सजाया जाएगा।
इस मौके पर डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने जिले में किए जाने वाले कार्यक्रमों और विकास कार्यों की जानकारी मंत्रियों के साथ साझा की। साथ ही मेयर जतिंदर सिंह मोती भाटिया, जिला पुलिस प्रमुख मनिंदर सिंह, डीसीपी आलम विजय सिंह, पार्टी नेता गुरप्रताप सिंह, जसकरण सिंह बदेशा, सोनिया मान, चेयरमैन जसप्रीत सिंह तलवाड़, रविंदर भट्टी और अन्य पार्टी नेता उपस्थित रहे।
Kalyan Kesari हिन्दी समाचार पत्र
