युद्ध नशों के विरुद्ध में साथ निभाने के लिए जनरल ड्यूटी डॉक्टरों को दिया विशेष प्रशिक्षण

कल्याण केसरी न्यूज़, अमृतसर, 14 अगस्त 2025: पंजाब सरकार द्वारा नशे के खिलाफ छेड़े गए अभियान में समाज के हर वर्ग को साथ जोड़ने की कोशिश की जा रही है। इसी कड़ी में आज जनरल ड्यूटी डॉक्टरों को नशे के रोगियों का इलाज करने के लिए विशेषज्ञों द्वारा विशेष प्रशिक्षण दिया गया। अमृतसर में प्रशिक्षित हुए इन डॉक्टरों के पहले बैच को स्वास्थ्य मंत्री श्री बलबीर सिंह ने प्रमाणपत्र देकर शुभकामनाएँ दीं और ज़िम्मेदारी सौंपी।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि समाज के हर तबके की ज़िम्मेदारी है कि वह इस नशे रूपी बुराई को पंजाब से खत्म करने में सहयोग करे, जिसमें डॉक्टरों की भूमिका बेहद अहम है। उन्होंने बताया कि पहले सरकार ने अपने डॉक्टरों को AIIMS जैसे संस्थानों से प्रशिक्षित कर मास्टर ट्रेनर बनाया और अब वही ट्रेनर अन्य डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षण दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार की लगातार कोशिशों से पंजाब में नशे के प्रति जागरूकता आई है। लोग अब प्रशासन और पुलिस को नशे की जानकारी देने लगे हैं और इलाज के लिए भी आगे आ रहे हैं। उन्होंने उपस्थित लोगों से अपील की कि वे अपने आसपास के किसी एक व्यक्ति को नशा छुड़वाने में मदद ज़रूर करें और उसे नई ज़िंदगी देने का काम करें।
स्वास्थ्य मंत्री ने स्पष्ट किया कि नशा करने वालों के प्रति हमारी पूरी हमदर्दी है, लेकिन जो लोग नशा बेचते हैं, वे अपराधी हैं और उनके साथ अपराधियों जैसा ही व्यवहार किया जाएगा।
उन्होंने मेडिकल विद्यार्थियों से विशेष अपील करते हुए कहा कि वे हर दिन कम से कम 5 से 10 मिनट समाज को ज़रूर दें ताकि हम सब मिलकर समाज से बुरी आदतों को दूर कर सकें।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए मंत्री ने बताया कि बरसात के मौसम में उत्पन्न हुई बाढ़ जैसी स्थितियों को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह तैयार है। विभाग की रैपिड रिस्पॉन्स टीमें लगातार काम कर रही हैं और किसी भी आपदा या बीमारी से निपटने के लिए पूरी तैयारी की गई है।
जब उनसे केंद्र सरकार द्वारा पंजाब के 800 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट रद्द किए जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पंजाब के साथ ऐसा व्यवहार करती है जैसे यह कोई सरहद पार का राज्य हो। उन्होंने कहा कि ये तो सिर्फ 800 करोड़ रुपये हैं, हमारे तो हजारों करोड़ के फंड केंद्र सरकार ने रोक रखे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का पद एक सम्मानजनक पद है और श्री नरेंद्र मोदी को इसका सम्मान करते हुए पंजाब के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए। पंजाब एक सीमावर्ती राज्य है जो दुश्मन से सीधा मुकाबला करता है। हमारे जवान रोज़ सीमा पर शहादत दे रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार कभी इन बलिदानों को स्वीकार नहीं करती, बल्कि लगातार पंजाब के साथ अन्याय किया जा रहा है।
इस मौके पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर रोहित गुप्ता, प्रिंसिपल श्री राजीव देवगन, श्री संदीप भोला, सिविल सर्जन डॉ. किरणदीप कौर, डॉ. करमजीत सिंह, डॉ. राजीव अरोड़ा, डॉ. नीरू बाला, डॉ. विश्वदीप चटर्जी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

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