पराली प्रबंधन हेतु आईईसी के तहत हॉटस्पॉट गांव मजीठा (ग्रामीण) में लगाया गया ब्लॉक स्तरीय कैंप

कल्याण केसरी न्यूज़, अमृतसर, 18 अगस्त 2025: डिप्टी कमिश्नर अमृतसर साक्षी साहनी के दिशा-निर्देशों के अंतर्गत, एस.डी.एम. मजीठा मैडम पियूषा बुरड़क की अध्यक्षता और ब्लॉक कृषि अधिकारी मजीठा डॉ. दिलबाग सिंह भट्टी के नेतृत्व में आज दाना मांझी, मजीठा में पराली के उचित उपयोग को लेकर एक ब्लॉक स्तरीय किसान प्रशिक्षण कैंप आयोजित किया गया।
इस अवसर पर कृषि विकास अधिकारी (पी.पी.) डॉ. हरजिंदर सिंह ने किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसानों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कृषि विभाग द्वारा सब्सिडी पर दी जा रही मशीनों जैसे सुपर सीडर, सरफेस सीडर, मल्चर, बेलर, रैकर, जीरो ड्रिल, उल्टावे हल आदि के बारे में विस्तारपूर्वक बताया।
वर्तमान में खड़ी फसल धान/बासमती पर चर्चा करते हुए कृषि विकास अधिकारी (ज.क.) डॉ. सिकंदर सिंह ने किसानों को उर्वरकों और दवाओं के सही इस्तेमाल की जानकारी दी। उन्होंने विशेष रूप से यूरिया खाद का अनावश्यक उपयोग न करने की सलाह दी और धान/बासमती में कीटों और उनसे संबंधित दवाओं के बारे में अहम जानकारी साझा की।
एस.डी.एम. मजीठा मैडम पियूषा बुरड़क ने किसानों से अपील की कि वे पराली को आग न लगाएं और इसे खेतों में ही मिला कर मिट्टी का पोषण करें। इस अवसर पर “फेफड़ों की देखभाल फाउंडेशन” से डॉ. सोनाली ने पराली जलाने से होने वाले स्वास्थ्य संबंधी नुकसानों पर विशेष जानकारी दी और बताया कि इससे सांस संबंधी कई गंभीर रोग उत्पन्न होते हैं।
इस कैंप में आत्मा (अमृतसर) प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. सुखचैन सिंह, कृषि विकास अधिकारी (मार्केटिंग) डॉ. अमनप्रीत सिंह, कृषि विभाग मजीठा से अमरदीप सिंह, सरनजीत सिंह, देविंदर सिंह और कमल काहलों सहित सभी कृषि विस्तार अधिकारी, लवप्रीत सिंह (बी.टी.एम), जशनप्रीत कौर, रवनीत सिंह, करमनजीत सिंह, तिलक राज और बलजिंदर सिंह (सभी कृषि उप निरीक्षक), दिलबाग सिंह (ए.टी.एम.), बेलदार सुखविंदर सिंह, धर्मिंदर सिंह और शमशेर सिंह शामिल हुए।
इस कैंप में विभिन्न गांवों से लगभग 150 किसानों ने भाग लिया, जिनमें कंबाइन मालिक, अग्रणी किसान, सरपंच और नंबरदार आदि शामिल थे।

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