
कल्याण केसरी न्यूज़, अमृतसर / अजनाला, 2 सितंबर 2025: आज शाम को खराब मौसम और बारिश के बावजूद विधान सभा क्षेत्र अजनाला के रावी नदी और सक्की नाले में आई बाढ़ लाने वाली भयानक बाढ़ का मौके पर जायजा लेने और जिला प्रशासन द्वारा गांव चमियारी में बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए लगाए गए राहत शिविर में प्रभावित लोगों से संवाद स्थापित करने के लिए पंजाब के राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया विशेष रूप से पहुंचे। इस मौके पर प्रशासनिक और सेना के अधिकारियों सहित प्रभावित लोगों और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में हुई अनौपचारिक बैठक में विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री पंजाब सरदार कुलदीप सिंह धालीवाल पिछले 7 दिनों से बाढ़ की प्राकृतिक विभीषिका की मार झेल रहे क्षेत्रवासियों के दुखद वृत्तांत पेश करने के लिए शामिल हुए। इस दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री और विधायक सरदार धालीवाल ने पंजाब के राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया का औपचारिक शब्दों में स्वागत करते हुए कहा कि पंजाब को नशा मुक्त करने सहित अन्य सामाजिक बुराइयों के खात्मे के लिए पहले से ही आपके द्वारा नेक नीयत, दूरदर्शिता और सर्वजन के कल्याण के मिशन में शुरू की गई वास्तविक लहर से क्षेत्र अजनाला के वासी आपके आगमन पर शानदार स्वागत करना चाहते थे, लेकिन बाढ़ के कारण हुई भारी तबाही को देखते हुए उन्होंने (सरदार धालीवाल) सहित क्षेत्रवासी सिर्फ आपका औपचारिक रूप से स्वागत करने में ही सक्षम हैं। विधायक सरदार धालीवाल ने राज्यपाल पंजाब श्री गुलाब चंद कटारिया को बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रवासियों की ओर से मांग पत्र पेश करते हुए कहा कि भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय लगभग 49 किलोमीटर लंबी सीमा पर विधान सभा क्षेत्र अजनाला स्थित होने के कारण इस अंतरराष्ट्रीय सीमा के लोगों को अंतरराष्ट्रीय रावी नदी के उफनते पानी का दर्द अक्सर झेलना पड़ता है। इस क्षेत्र में बसने वाले ग्रामीण और अर्ध-शहरी नागरिक बीएसएफ के पीछे पड़ोसी देश पाकिस्तान की भारत विरोधी साजिशों, ड्रोन द्वारा नशों, हथियारों और घुसपैठ आदि को विफल करने के लिए बीएसएफ, पंजाब पुलिस और सिविल प्रशासन के सहयोग में दूसरी सुरक्षा पंक्ति के रूप में देश की एकता और अखंडता की मजबूती के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। और अतीत में 1965, 1971, 1999 की कारगिल लड़ाइयों और हाल ही में ऑपरेशन सिंधूर के दौरान भी इन सीमावर्ती लोगों ने पड़ोसी देश पाकिस्तान की साजिशों के दांत खट्टे करने के लिए मजबूत चट्टान की तरह बीएसएफ जवानों के साथ खड़े रहे। सरदार धालीवाल ने पेश किए गए मांग पत्र में राज्यपाल पंजाब श्री कटारिया को अवगत कराया कि अब पिछले 1 हफ्ते से रावी नदी में 1988 से भी भयानक बाढ़ की तरह आई बाढ़ ने 1988 के बाद 38 वर्षों में इस क्षेत्र के लोगों द्वारा कड़ी मेहनत से आर्थिक, सामाजिक, शानदार घर, कृषि, पशु धन, छोटे कारोबार, बहुपक्षीय विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़कों, बांध, पुल-पुलिया आदि क्षेत्रों में सरकारी अनुदान के अलावा गैर-सरकारी साधनों से पैरों पर खड़े किए मूल ढांचे को अजनाला में तबाही करके बर्बाद करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी है। बाढ़ की भयावहता के कारण इस क्षेत्र में रहने वाले शांतिप्रिय नागरिक सीधे और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 2 हजार करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान उठाने के लिए प्राकृतिक विभीषिका का शिकार हो गए हैं। जबकि कुछ बहुमूल्य मानव जानों को भी बाढ़ ने अपना शिकार बनाया। सरदार धालीवाल ने अपने ज़ज्बाती लहजे में राज्यपाल पंजाब श्री कटारिया से अपील की कि केंद्र सरकार द्वारा जहां बाढ़ की विभीषिका को राष्ट्रीय प्राकृतिक आपदा घोषित किया जाए, वहीं अपने ‘मिशन सबका साथ-सबका विकास’ के तहत पंजाब के प्रति सहानुभूति रखते हुए विधान सभा क्षेत्र अजनाला के बाढ़ पीड़ितों के पुनर्वास के लिए तत्काल तौर पर पहले चरण में कम से कम 2 हजार करोड़ रुपये का वित्तीय पैकेज जारी करवाया जाए। सरदार धालीवाल ने कहा कि क्षेत्रवासियों सहित उन्हें पूरी उम्मीद है कि आप सीमावर्ती क्षेत्र अजनाला के पीड़ितों की मदद करते हुए केंद्र सरकार से अपने प्रभाव और दबदबे से मांग पत्र में दर्ज राहत पैकेज को तुरंत जारी करवा कर क्षेत्र अजनाला के लोगों को अपने आभार का पात्र बनाएंगे।
Kalyan Kesari हिन्दी समाचार पत्र