पंजाब के राज्यपाल ने अमृतसर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया

कल्याण केसरी न्यूज़, अमृतसर, 2 सितंबर 2025: पंजाब के राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया ने आज शाम ज़िला अमृतसर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया, जिसमें अजनाला विधानसभा क्षेत्र के गांव माकोवाल और चमियारी शामिल हैं। उन्होंने वहां चल रहे राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की।
माकोवाल स्थित आर्मी बेस कैंप में वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने राज्यपाल को रावी नदी से प्रभावित इलाकों में किए गए व्यापक स्तर पर बचाव कार्यों की जानकारी दी, जहां कई गांवों में पानी का स्तर 8-10 फीट तक पहुंच गया था। उन्होंने बताया कि ज़िला प्रशासन और स्थानीय निवासियों के सक्रिय सहयोग से लगभग 4,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जिनमें से 250 लोगों को हेलिकॉप्टर के माध्यम से रेस्क्यू किया गया।
सेना ने राज्यपाल को भारी ड्रोन, एआईटीओआर वाहन और नावों की तैनाती के बारे में बताया, जो ऑपरेशन राहत की सफलता में अहम भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने डिप्टी कमिश्नर अमृतसर, श्रीमती साक्षी साहनी और एसएसपी (ग्रामीण) श्री मनिंदर सिंह द्वारा किए गए आपसी समन्वय और निरंतर मेहनत से सैकड़ों जानें बचाने का विशेष उल्लेख किया।
अधिकारियों को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने जोर देकर कहा कि असली चुनौती बाढ़ के पानी के उतरने के बाद शुरू होगी, जब ध्यान पुनर्वास, फसलों और संपत्ति के नुकसान के आकलन और समय पर मुआवज़ा देने पर केंद्रित होगा। उन्होंने जलजनित बीमारियों के फैलाव को रोकने के लिए अधिक से अधिक स्थानों पर मेडिकल टीमें तैनात करने की तत्काल आवश्यकता पर ज़ोर दिया और प्रशासन को सर्पदंश (सांप के काटने) से लोगों की सुरक्षा के लिए उचित प्रबंध करने के निर्देश भी दिए।
राज्यपाल कटारिया ने सेना, सिविल प्रशासन, पुलिस और सबसे बढ़कर पंजाब के लोगों के अथक प्रयासों की विशेष रूप से सराहना की, जिनकी सामूहिक भावना इस संकट की घड़ी में बेहद मजबूत रही है।
राज्यपाल ने चमियारी गांव में राहत कैंप का दौरा किया, जहां उन्होंने बाढ़ से बेघर हुए परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने उनकी कुशलता की जानकारी ली और उन्हें तत्काल राहत और दीर्घकालिक पुनर्वास के लिए प्रशासन की ओर से हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया।
राज्यपाल ने राहत कार्यों में इस्तेमाल की गई तकनीक जैसे जलवाहन (पानी में चलने वाली गाड़ियाँ) और ड्रोन के प्रयोग के लिए ज़िला प्रशासन की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस बड़े संकट के दौरान आपने बेहतरीन रणनीति और मेहनत से सैकड़ों जानें बचाई हैं, जिससे बड़े जानी नुकसान से बचा जा सका है। उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने जीवन में पहली बार पशुओं के बचाव के लिए लगाए गए राहत कैंप देख रहे हैं और यह ज़िला प्रशासन की एक अत्यंत सराहनीय पहल है, क्योंकि पशु ग्रामीण लोगों की आय का एक महत्वपूर्ण स्रोत हैं।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री हरभजन सिंह ईटीओ, सांसद श्री गुरमीत सिंह मीत हेयर, विधायक श्री कुलदीप सिंह धालीवाल, वरिष्ठ IAS अधिकारी श्री कमल किशोर यादव, डिप्टी कमिश्नर श्रीमती साक्षी साहनी, मेजर जनरल कार्तिक सी. शिसाधरी, डीआईजी श्री नानक सिंह, ज़िला पुलिस प्रमुख श्री मनिंदर सिंह, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर श्री रोहित गुप्ता, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर श्रीमती अमनदीप कौर और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

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