मौसम साफ़ होते ही गिरदावरी का कार्य शुरू किया जाएगा – डिप्टी कमिश्नर

कल्याण केसरी न्यूज़, अजनाला, 4 सितंबर 2025: लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों की ज़िम्मेदारी निभा रहीं अमृतसर की डिप्टी कमिश्नर श्रीमती साक्षी साहनी ने गांव घोनेवाल में प्रभावित परिवारों को आश्वस्त करते हुए कहा कि जैसे ही बाढ़ का पानी उतर जाएगा और मौसम साफ़ होगा, तो विशेष गिरदावरी का कार्य तुरंत शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में मौसम साफ़ रहने की भविष्यवाणी है और जैसे ही स्थिति सामान्य हुई, हमारे पटवारी हर एक प्रभावित घर में पहुँचकर हुए नुक़सान का आकलन करेंगे। इस रिपोर्ट को सरकार को भेजा जाएगा और फिर जल्द से जल्द मुआवज़ा वितरित करने का काम शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि सबसे पहले सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र — घोनेवाल, जहाँ से धुस्सी बाँध टूटा था और सबसे ज़्यादा नुक़सान हुआ — वहीं से गिरदावरी शुरू की जाए।
उन्होंने बताया कि फिलहाल हमारी टीमें, गैर-सरकारी संगठन, रेड क्रॉस अमृतसर, विभिन्न संस्थाएं, कार सेवा से जुड़े महापुरुष, युवा सेवा समितियां और अन्य वॉलंटियर पंजाब भर से यहाँ पहुँचकर ज़रूरतमंदों की सेवा कर रहे हैं।
अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर श्री रोहित गुप्ता ने बताया कि अमृतसर ज़िले के 190 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, और उनमें बसने वाली लगभग 1.35 लाख आबादी सीधे तौर पर इसकी चपेट में आई है। उन्होंने बताया कि अमृतसर जिले में बाढ़ के कारण 5 कीमती मानव जिंदगियाँ गई हैं और 91 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं।
पशुधन के बारे में जानकारी देते हुए अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि अब तक 12 पशुओं की मौत और कई के लापता होने की सूचना मिली है। उन्होंने बताया कि हमारी टीमें बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं और अब तक पूरी तरह से जलमग्न इलाकों से 2734 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाया गया है।
इस समय लोगों की सुविधा के लिए 16 स्थानों पर बाढ़ राहत केंद्र चलाए जा रहे हैं, जहाँ ज़रूरतमंद लोगों के ठहरने और उनके पशुओं को रखने की व्यवस्था की गई है। इन केंद्रों से ही ज़रूरतमंदों को राशन, पशुओं के लिए चारा और फीड भी वितरित की जा रही है।
उन्होंने बताया कि इन राहत शिविरों में हमारी डॉक्टरी टीमें 24 घंटे मौजूद रहकर इलाज कर रही हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि बाढ़ के पानी में सांपों के काटने की घटनाएं बढ़ रही हैं, इसलिए इसे हल्के में न लें। अगर किसी को सांप काट ले तो वह तुरंत नज़दीकी बाढ़ राहत केंद्र पहुँचे, जहाँ डॉक्टरों के पास साँप काटने की वैक्सीन (एंटी-वेनम) उपलब्ध है, जो सबसे सुरक्षित इलाज है। उन्होंने यह भी कहा कि लोग घरेलू टोटकों या देसी इलाज के चक्कर में न पड़ें, इससे किसी की जान को खतरा हो सकता है। सीधे डॉक्टरी सहायता लें।

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