हड़ पीड़ितों के दुख दूर करने के लिए विपक्षी दलों को मुख्यमंत्री मान से जनहितैषी राजनीति का सबक सीखना चाहिए: धालीवाल

कल्याण केसरी न्यूज़, अमृतसर/अजनाला, 14 सितंबर 2025: विधानसभा क्षेत्र अजनाला में रावी दरिया में आई प्राकृतिक आपदा की भीषण बाढ़ के अलावा सक्की नाले और अन्य बरसाती नालों के उफान से प्रभावित गांव—चमियारी, हरड़ खुर्द, अंब कोटली, जगदेव खुर्द, कोट गुरबख्श, पच्छिया, माछीवाहला और कोटली शाह हबीब आदि में ग्राम सभाओं की बुलाई गई बैठकों को संबोधित किया गया।
बैठकों में नष्ट हुई फसलें, घर, पशु, स्कूल, धर्मशालाएं, पंचायत घर और अन्य सरकारी ढांचों को पहुंचे नुकसान की सरकारी तौर पर नियुक्त सर्वेक्षण और गिरदावरी टीमों को ईमानदारी व निष्पक्षता से सहयोग देने और निगरानी के लिए 5-5 सदस्यीय कमेटियों का गठन ब्लॉक विकास पंचायत अधिकारियों और अन्य सरकारी अमले की मौजूदगी में धालीवाल की देखरेख में करवाया गया।
बैठकों को संबोधित करते हुए विधायक व पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा कि आज़ादी के बाद बनी कांग्रेस और अकाली-भाजपा सरकारों के विपरीत, मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई वाली ऐसी पहली सरकार है, जिसने बाढ़ से पीड़ित लोगों के दर्द को अपना दर्द समझा और सरकारी खर्चे पर प्रभावित गांवों में नदियों व नालों की गाद में दबे घरों व गांवों की सफाई के लिए जनहित में सराहनीय कदम उठाए।
उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों के कार्यकाल में—1988, 1993, 1995 समेत समय-समय पर आई बाढ़ों के दौरान प्रभावित गांवों के लोग अपने स्तर पर ही पैसे खर्च करके गांवों की सफाई करने, मरे पशुओं को उठाने और खेतों से गाद निकालने जैसे कार्य खुद ही करने के लिए मजबूर रहे।
धालीवाल ने कहा कि फसलों के नुकसान का ₹20,000 प्रति एकड़ मुआवजा देने वाला देश का पहला राज्य भी आज मुख्यमंत्री श्री मान की अगुवाई में पंजाब बना है। हल्का अजनाला के 195 गांवों सहित राज्यभर के 2300 प्रभावित गांवों की सफाई के लिए मुख्यमंत्री ने बाकायदा 100 करोड़ रुपये मंज़ूर कर दिए और पहले चरण में पंचायतों के खातों में एक-एक लाख रुपये भी जारी कर दिए।
बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री धालीवाल ने भाजपा, कांग्रेस, अकाली दल और अन्य विपक्षी पार्टियों को आड़े हाथ लिया और कहा कि हड़ पीड़ितों की आड़ में घटिया राजनीति कर अपनी रोटियां सेंकने वाले ये दल, जिन्हें पंजाब के वोटरों ने नकार दिया है, उन्हें नकली राजनीति करने के बजाय मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान और उनकी सरकार से जनहितैषी राजनीति का सबक सीखने की ज़रूरत है।
उन्होंने यह भी कहा कि बाढ़ तो प्राकृतिक आपदा है, लेकिन अगर आज पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार न होती तो पीड़ित लोगों को और भी ज्यादा जानी-माली नुकसान उठाना पड़ता। क्योंकि पहले की परंपरागत पार्टियों के शासन में बाढ़ का पानी उतरने के बाद ही मंत्री, विधायक और प्रशासन पीड़ितों की सुध लेने आते थे।
इस मौके पर खुशपाल सिंह धालीवाल, ब्लॉक अजनाला, रामदास और हर्षा छीना के बीडीपीओ सितारा सिंह विरक, पवन कुमार और प्रगट सिंह, ओएसडी गुरजंत सिंह सोही, पीए मुख्तार सिंह बलड़वाल सहित पंचायतों के पंच, सरपंच और गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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