रावी नदी की बाढ़ की मार के लिए ड्यूटी में लापरवाही कारण सरकार ने गुरदासपुर के एक्सईएन, एसडीओ और जेई को किया निलंबित: धालीवाल

कल्याण केसरी न्यूज़, अमृतसर/अजनाला, 20 सितंबर 2025: बाढ़ की मार से बुरी तरह प्रभावित, गाद और अन्य कचरे में दबे ऐतिहासिक नगर रमदास के सब-तहसील केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (सिविल अस्पताल) को फिर से सरकारी सेवाएं देने के लिए खड़ा करने हेतु हल्का विधायक और पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने स्वयं इन सरकारी संस्थानों से गाद निकाल कर सफाई की और कस्बा रमदास में मच्छर मार दवा की फॉगिंग करवाई।
रमदास के शहरी निवासियों और आसपास के प्रभावित गांवों के बाढ़ पीड़ितों की समस्याएं सुनते हुए श्री धालीवाल ने स्पष्ट किया कि अजनाला तहसील सहित ज़िला गुरदासपुर के गांवों, शहरों और कस्बों को रावी नदी की बाढ़ की मार झेलनी पड़ी है।
बाढ़ के कारणों की जांच करवाने और स्थिति के लिए जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए मुख्यमंत्री पंजाब श्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई वाली सरकार ने उचित कदम उठाए हैं। रावी नदी में प्राकृतिक आपदा से इतर, बाढ़ की जांच के प्रारंभिक चरण में पंजाब सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए माधोपुर हेडवर्क्स से रावी नदी में पानी छोड़ते समय गेट टूटने के कथित आरोप में जिम्मेदार ठहराए जा रहे एक्सईएन नितिन सूद, एसडीओ अरुण कुमार और जेई सचिन कुमार को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
उन्होंने कहा कि चिंता इस बात की भी है कि मान सरकार द्वारा जून महीने में भाखड़ा डैम से नहरों में पानी छोड़ने से इंकार करने की कथित जिद्दी रवैये के कारण, जब पहाड़ों पर बादल फटने से डैम में खतरनाक स्तर तक पानी भर गया तो बीबीएमबी चेयरमैन द्वारा पानी छोड़ने से ब्यास में भयंकर बाढ़ आई, जिसने भारी जानमाल की तबाही मचाई। लेकिन बीबीएमबी और केंद्र सरकार का नियंत्रण होने के कारण, सीधे और परोक्ष रूप से जिम्मेदार ठहराए जा रहे अधिकारियों के खिलाफ न तो कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है और न ही इसका प्रबंधन पंजाब सरकार को सौंपा जा रहा है, जो कि सीधी तानाशाही है।
धालीवाल ने बताया कि सब-तहसील रमदास, तहसील अजनाला समेत पंजाब की अन्य बाढ़ प्रभावित तहसीलों में अब ईजी रजिस्ट्री करने और कराने की प्रक्रिया बाकायदा शुरू कर दी गई है।
उन्होंने यह भी कहा कि 76% से अधिक नुकसान वाली फसलों के मुआवज़े के लिए 7 दिनों में गिरदावरी की प्रक्रिया पूरी हो गई है। अगले 7 दिनों में 76% से कम नुकसान वाली फसलों की गिरदावरी पूरी होने के बाद, संबंधित अधिकारियों द्वारा रिपोर्टों पर मुहर लगने की स्थिति में दिवाली से पहले प्रभावित किसानों को फसलों, मकानों और पशुओं आदि के नुकसान का मुआवज़ा चेकों के रूप में दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अजनाला हलके के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आम आदमी पार्टी क्लीनिकों सहित सिविल डिस्पेंसरी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सिविल अस्पतालों को स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए पुनः चालू कर दिया गया है और हर प्रभावित गांव में फॉगिंग करवाई जा रही है।
इस मौके पर खुशपाल सिंह धालीवाल, पीए मुख्तार सिंह बलड़वाल, दफ़्तर सचिव गुरजंत सिंह सोही, चेयरमैन बलदेव सिंह बब्बू चेतनपुरा, शहरी प्रधान हरपाल सिंह आदि मौजूद थे।

Check Also

जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव: नामांकन भरने के अंतिम दिन तक जिला परिषद के लिए कुल 114 और पंचायत समितियों के लिए 745 नामांकन दाखिल

5 दिसंबर को होगी नामांकन पत्रों की जांच, 6 दिसंबर को दोपहर 3 बजे तक …