गैंगस्टरों से संबंधित अपराधों की रिपोर्ट हेल्पलाइन ‘1800-330-1100’ पर करें: पुलिस प्रमुख

कल्याण केसरी न्यूज़, अमृतसर, 29 सितंबर 2025: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दिशा-निर्देशों के तहत संगठित अपराध के खिलाफ अभियान को और अधिक मज़बूती देने के लिए पंजाब पुलिस ने नागरिकों के लिए एक समर्पित टोल-फ्री हेल्पलाइन 1800-330-1100 की शुरुआत की है, ताकि वे डराने-धमकाने, जबरन वसूली और गैंगस्टरों से संबंधित गतिविधियों सहित संगठित अपराधों की गुप्त रूप से रिपोर्ट कर सकें।
अमृतसर में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने बताया कि यह हेल्पलाइन पंजाब पुलिस की एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) द्वारा संचालित की जाएगी, और यह नागरिकों को अपराध की रिपोर्ट करने के लिए एक सीधा और सुरक्षित माध्यम प्रदान करती है।
DGP गौरव यादव ने नागरिकों को भरोसा दिलाया कि हेल्पलाइन पर कॉल करने वाले की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी और प्राप्त सूचनाओं पर तुरंत और समन्वित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस हेल्पलाइन की निगरानी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एजीडीपी) एजीटीएफ प्रमोद बान द्वारा की जाएगी ताकि सभी जानकारियों पर प्रभावी और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
आज अमृतसर में सीमा से लगे जिलों के पुलिस प्रमुखों, जिनमें डीआईडी बॉर्डर रेंज श्री नानक सिंह, अमृतसर, बटाला, तरनतारण, गुरदासपुर और पठानकोट के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल थे, और एआईजी एसएसओसी के साथ बैठक करने के बाद उन्होंने बताया कि पंजाब पुलिस राज्य में कानून व्यवस्था और सुरक्षा बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। त्योहारों के मौसम को देखते हुए बीएसएफ और अन्य सुरक्षा बलों की 57 अतिरिक्त कंपनियों की तैनाती की गई है।
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन संदूर के बाद पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों द्वारा लगातार पंजाब में अशांति फैलाने की कोशिशें की गईं, लेकिन पंजाब पुलिस और बीएसएफ ने मिलकर हर प्रयास को विफल किया है। उन्होंने बताया कि बाढ़ की स्थिति का फायदा उठाकर पाकिस्तान की ओर से ड्रग्स के साथ-साथ छोटे हथियारों की तस्करी भी बड़े पैमाने पर करने की कोशिशें की गईं, जिन्हें पंजाब पुलिस ने कई स्थानों से बरामद कर विफल किया है।
उन्होंने जानकारी दी कि अब तक एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स के सहयोग से 2347 गैंगस्टरों को गिरफ्तार किया गया है और 886 आपराधिक मॉड्यूल को खत्म किया गया है। इसी दौरान 1968 हथियार भी विभिन्न स्थानों से पंजाब पुलिस द्वारा बरामद किए गए हैं।
नशा विरोधी अभियान की जानकारी देते हुए श्री यादव ने बताया कि इस अभियान के तहत अब तक 20469 FIR दर्ज की गई हैं, जिनमें 31252 कथित आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि इन आरोपियों से पुलिस ने 1350 किलो हेरोइन, 433 किलो अफीम, 24855 किलो भुक्की-पोस्त, 8 किलो गांजा, 36 लाख से अधिक नशे की गोलियां और 12.72 करोड़ रुपये की ड्रग मनी बरामद की है।
फिरौती से संबंधित कॉलों के बारे में पूछे जाने पर डीजीपी ने पंजाबवासियों से अपील की कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ खुलकर सामने आएं, ताकि इनका जड़ से खात्मा किया जा सके। उन्होंने बताया कि 90% मामलों में ये कॉल स्थानीय अपराधियों द्वारा की जाती हैं। उन्होंने कहा कि हमारी साइबर टीमें हर केस की जांच करके चाहे वह अपराधी दुनिया के किसी भी कोने में क्यों न हो, उसे कानून के दायरे में लाने का काम कर रही हैं।
इस मौके पर एडीजीपी श्री प्रमोद बान, एडीजीपी काउंटर इंटेलिजेंस श्री अमित प्रसाद, कमिश्नर श्री गुरप्रीत सिंह भुल्लर और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी उपस्थित थे।

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