स्वास्थ्य मंत्री और सांसद मेंबर ने जालंधर में अत्याधुनिक नशा मुक्ति व पुनर्वास केंद्र का किया उद्घाटन

कल्याण केसरी न्यूज़, जालंधर, 03 अक्टूबर 2025: पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलवीर सिंह ने सांसद डॉ. विक्रमजीत सिंह साहनी और विधायक बलकार सिंह के साथ मिलकर आज जालंधर के गांव शेखे में मॉडल नशा मुक्ति व पुनर्वास केंद्र का उद्घाटन किया। 1.13 करोड़ रुपये की लागत से नवीनीकृत इस केंद्र को नशे से प्रभावित व्यक्तियों के व्यापक उपचार और पुनर्वास को सुनिश्चित करने के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह केंद्र न केवल चिकित्सीय उपचार पर ध्यान देगा, बल्कि नशे से प्रभावित व्यक्तियों को दिनभर रचनात्मक गतिविधियों में व्यस्त रखने पर भी विशेष जोर देगा। सन फाउंडेशन के सहयोग से कौशल विकास केंद्र के साथ एकीकृत यह केंद्र मोबाइल मरम्मत, सैलून सेवाएं, खाना पकाने, कंप्यूटर साक्षरता, इलेक्ट्रीशियन कोर्स और फुटबॉल व क्रिकेट बॉल सिलाई जैसे खेलों से संबंधित कौशलों का प्रशिक्षण प्रदान करेगा। इस अवसर पर डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल और पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर भी मौजूद थे।
यह केंद्र डिटॉक्सिफिकेशन वार्ड, आपातकालीन देखभाल, परामर्श सत्र, रोजगार सेल, कानूनी सहायता सेवाएं, पुस्तकालय, इनडोर और आउटडोर खेल, अत्याधुनिक जिम्नेजियम, योग, ध्यान, संगीत और नृत्य चिकित्सा और वातानुकूलित वार्डों से भी सुसज्जित है।
स्वास्थ्य मंत्री ने जोर देकर कहा कि यह प्रोग्राम मरीजों को सुबह की प्रार्थना से लेकर जिम, कौशल कक्षाओं, खेलों और मनोरंजन गतिविधियों तक पूरी तरह व्यस्त रखने के लिए डिज़ाइन किया गया है ताकि पूर्ण रिकवरी सुनिश्चित की जा सके।
राज्य के प्रमुख ‘युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए डॉ. बलवीर सिंह ने बताया कि मार्च 2025 से अब तक 18,000 से अधिक व्यक्तियों ने नशे की लत पर काबू पाया है, जिनमें से 6,000 से अधिक लोगों को रोजगार या स्व-रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं। उन्होंने दोहराया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार नशे के खिलाफ बहु-आयामी रणनीति पर काम कर रही है, जिसमें नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ-साथ पुनर्वास से संबंधित बुनियादी ढांचे को मजबूत करना भी शामिल है।
सांसद और सन फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ. विक्रमजीत सिंह साहनी ने घोषणा की कि पंजाब के सभी 23 जिला-स्तरीय नशा मुक्ति केंद्रों को अपग्रेड किया जाएगा, जिसमें चार नए केंद्र स्थापित किए जाएंगे और 19 का नवीनीकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अकेले जालंधर के इस नए केंद्र में 300 से अधिक युवा कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।
इससे पहले, गणमान्य व्यक्तियों ने केंद्र का दौरा किया, वहां रहने वाले नशे से प्रभावित व्यक्तियों से बातचीत की और अत्याधुनिक मॉडल केंद्र स्थापित करने के लिए जालंधर प्रशासन की सराहना की, जिसका उद्देश्य मरीजों को नया जीवन देना है।
इस दौरान डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने वहां पहुंचने पर गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया और उन्हें ‘युद्ध नशे के विरुद्ध’ के तहत नशा विरोधी गतिविधियों की प्रगति से अवगत करवाया।

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