
कल्याण केसरी न्यूज़, श्री आनंदपुर साहिब, 05 अक्टूबर 2025: विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2025 के अवसर पर वॉकथॉन का आयोजन — मनोचिकित्सा विभाग, ए.आर.डी. और एन.आई.एन.ई., पी.जी.आई.एम.ई.आर. चंडीगढ़ द्वारा पी.जी.आई.एम.ई.आर. (चंडीगढ़) के मनोचिकित्सा विभाग ने एसोसिएशन फॉर रिसर्च एंड डेवलपमेंट (ARD) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एजुकेशन (NINE) के सहयोग से विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2025 के उपलक्ष्य में 10 अक्टूबर 2025 को एक वॉकथॉन का आयोजन किया।
इस वर्ष का वैश्विक विषय “सेवाओं तक पहुंच: आपदाओं और आपात स्थितियों में मानसिक स्वास्थ्य” रहा, जो इस बात पर जोर देता है कि संकट, संघर्ष और अस्थिरता के समय में लोगों के लिए मानसिक स्वास्थ्य की रक्षा और देखभाल सुनिश्चित करना कितना आवश्यक है। इस पहल का उद्देश्य आपदाओं और आपात स्थितियों में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और टेली-मानस (TeleMANAS) जैसे राष्ट्रीय दूरसंचार मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन जैसे उपलब्ध सहायता साधनों के बारे में जानकारी फैलाना था।
वॉकथॉन का शुभारंभ पी.जी.आई.एम.ई.आर. के निदेशक डॉ. विवेक लाल ने वरिष्ठ फैकल्टी, स्टाफ और छात्रों की उपस्थिति में किया। इस कार्यक्रम में 400 से अधिक प्रतिभागियों — जिनमें प्रोफेसर, रेजिडेंट डॉक्टर, नर्सिंग छात्र और अन्य कर्मचारी शामिल थे — ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
मनोचिकित्सा विभाग के कार्यवाहक प्रमुख प्रो. शुभो चक्रवर्ती सहित विभाग के सभी फैकल्टी सदस्य इस अवसर पर उपस्थित रहे। विभाग के कई पूर्व अध्यापकों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया, जिससे पी.जी.आई.एम.ई.आर. में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति निरंतरता और समर्पण की भावना झलकी।
कार्यक्रम में प्रो. विपिन कौशल, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट, पी.जी.आई.एम.ई.आर., तथा प्रो. साधना लाल, प्रमुख, बाल जठरांत्र विभाग, ने भी भाग लेकर इस पहल को अपना समर्थन दिया।
ए.आर.डी. टीम का नेतृत्व डॉ. प्रकृति जोशी और डॉ. पुनित कुंतल ने किया, जिन्होंने कार्यक्रम के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एन.आई.एन.ई. के छात्रों ने सुखना लेक फ्रंट पर एक थीम आधारित नाट्य प्रस्तुति दी, जिसमें आपदाओं और आपात स्थितियों में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की महत्ता और टेली-मानस जैसी 24×7 सुलभ मानसिक स्वास्थ्य सहायता सेवाओं की भूमिका को दर्शाया गया।
कार्यक्रम का समापन इस अपील के साथ हुआ कि आम जनता मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दे, संकट के समय एक-दूसरे का साथ दे और टेली-मानस जैसी सेवाओं का उपयोग कर समय पर सहायता प्राप्त करे।
प्रो. विवेक लाल, निदेशक, पी.जी.आई.एम.ई.आर., ने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के बीच गहरे संबंध पर प्रकाश डाला। उन्होंने फैकल्टी, छात्रों और स्टाफ की उत्साही भागीदारी की सराहना की और डॉ. राहुल चक्रवर्ती के नेतृत्व में आयोजित टीम की मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के प्रयासों की प्रशंसा की।
प्रो. लाल ने इस प्रकार की पहलों को समाज के लिए अत्यंत आवश्यक बताते हुए भविष्य में और अधिक ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने की इच्छा व्यक्त की।
Kalyan Kesari हिन्दी समाचार पत्र