किसानों के सहयोग से इस साल अब तक पराली जलाने की घटनाओं में आई 33 प्रतिशत की कमी: डिप्टी कमिश्नर

कल्याण केसरी न्यूज़, अमृतसर, 27 अक्टूबर 2025: अमृतसर ज़िले में पराली प्रबंधन से संबंधित गतिविधियों की समीक्षा करते हुए डिप्टी कमिश्नर श्री दलविंदरजीत सिंह ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे गेहूं की बुवाई तक किसानों को पराली प्रबंधन में सहयोग देने के लिए लगातार फील्ड में सक्रिय रहें। उन्होंने यह बताते हुए संतोष व्यक्त किया कि किसानों के सहयोग और विभिन्न विभागों के प्रयासों के चलते इस वर्ष अब तक पराली जलाने की घटनाओं में लगभग 33 प्रतिशत की कमी आई है।
उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल 25 अक्टूबर तक अमृतसर ज़िले में 472 स्थानों पर पराली जलाने की घटनाएं दर्ज की गई थीं, जबकि इस वर्ष अब तक केवल 154 स्थानों पर आग लगने की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि यह संतोषजनक बात है कि लगभग 1,48,738 हेक्टेयर क्षेत्र में धान की कटाई पूरी हो चुकी है, जो कुल रकबे का लगभग 83 प्रतिशत है।
इस अवसर पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक्सीयन श्री सुखदेव सिंह ने बताया कि ज़िले में गठित की गई विशेष टीम द्वारा हर उस स्थान का निरीक्षण किया गया है जहाँ सैटेलाइट से आग लगने की सूचना मिली थी। उन्होंने बताया कि 154 स्थानों पर आग लगने की पुष्टि हुई है और इन सभी मामलों में कानूनी कार्रवाई की गई है।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि ज़िले में इस समय 74 बेलर मशीनें पराली प्रबंधन के कार्य में लगी हुई हैं, जिन्होंने 50,000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र को कवर कर लिया है। इसी तरह, पराली को खेतों में ही मिलाकर गेहूं की बुवाई के लिए 1,251 इन-सीटू मशीनें कार्यरत हैं, जिन्होंने लगभग 65,878 हेक्टेयर क्षेत्र को संभाला है।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस वर्ष पराली जलाने के मामलों में 40 प्रतिशत से अधिक की कमी आएगी।

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