पंजाब विश्वविद्यालय की सीनेट को खत्म करने का फैसला पंजाब विरोधी: कॉमरेड सेखों

कल्याण केसरी न्यूज़, जालंधर, 02 नवंबर 2025: सीपीआई(एम) के राज्य सचिव कॉमरेड सुखविंदर सिंह सेखों ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ की सीनेट को लेकर लिया गया फैसला निंदनीय है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पंजाब विश्वविद्यालय में पिछले लगभग 60 वर्षों से चली आ रही सीनेट और सिंडिकेट के माध्यम से संचालित प्रशासनिक व्यवस्था को बदलकर अब नियुक्तियों के ज़रिए प्रबंधकीय चुनाव करने का निर्णय लिया है।
इस नए ढांचे में चंडीगढ़ से चुने गए सांसद, यू.टी. के प्रमुख सचिव, शिक्षा सचिव और पंजाब के वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल किया गया है। सीनेट की संख्या को 90 सदस्यों से घटाकर 31 कर दिया गया है, जिसमें 18 चुने हुए, 6 नामित और 7 पदेन सदस्य होंगे।
इस निर्णय से वर्षों से चली आ रही चुनाव प्रणाली — जिसमें पंजाब विश्वविद्यालय के स्नातक और पूर्व छात्र प्रत्यक्ष रूप से मतदान के ज़रिए भाग लेते रहे हैं — को पूरी तरह समाप्त कर दिया गया है। इस तरह केंद्र ने अप्रत्यक्ष रूप से पंजाब विश्वविद्यालय का नियंत्रण अपने अधीन ले लिया है।
कॉमरेड सेखों ने इस निर्णय की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार लगातार देश में लोकतांत्रिक प्रणाली को समाप्त करने के रास्ते पर चल रही है, जहाँ राज्यों के अधिकारों को खत्म किया जा रहा है।

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