गुरु साहिब के जीवन और बलिदान पर शिक्षाप्रद योगदान – कुलपति

कल्याण केसरी न्यूज़, अमृतसर, 06 नवंबर 2025: नौवें सिख गुरु गुरु तेग बहादुर साहिब के 350वें शहीदी वर्ष को श्रद्धांजलि देने के लिए धार्मिक विरासत पर आधारित एक अर्थपूर्ण पुस्तक “गुरु तेग बहादुर साहिब की अध्यात्मिक यात्रा” आज गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर के कुलपति की अध्यक्षता में आयोजित एक समारोह के दौरान जारी की गई।
यह पुस्तक उन पवित्र गुरुद्वारों और स्थलों को दर्शाती है, जहाँ नौवें सिख गुरु गुरु तेग बहादुर साहिब ने अपने जीवन काल के दौरान अपने पवित्र चरणों के निशान छोड़े थे। यह पुस्तक और डॉक्यूमेंट्री गुरु तेग बहादुर साहिब के 350वें शहीदी वर्ष को समर्पित है।
इस पुस्तक का मुखबंध प्रो. प्रीतम सिंह, एमेरिटस प्रोफेसर, ऑक्सफोर्ड ब्रूक्स यूनिवर्सिटी, यूनाइटेड किंगडम द्वारा लिखा गया है। इसमें पद्मश्री भाई हरजिंदर सिंह श्रीनगर वाले का आभार व्यक्त किया गया है और इसमें राज्यपाल पंजाब श्री गुलाब चंद कटारिया तथा एस.जी.पी.सी. के प्रधान स. हरजिंदर सिंह धामी के संदेश भी शामिल हैं।
गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. करमजीत सिंह ने पुस्तक का अवलोकन करने के बाद इसे सेवा भावना से प्रेरित एक उत्कृष्ट योगदान बताया। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक महान गुरु तेग बहादुर साहिब की ब्रह्ममय यात्रा, उनके जीवन, शिक्षाओं और प्रेरणादायक प्रभाव को सुंदर ढंग से प्रस्तुत करती है। यह पुस्तक नवें गुरु के इतिहास, प्रेरणा और मूल्यों की नई समझ प्रदान करती है। उन्होंने लेखक हरप्रीत संधू, राज्य सूचना आयुक्त, पंजाब के प्रयासों की प्रशंसा की, जिन्होंने गुरु तेग बहादुर साहिब के 350वें शहीदी वर्ष के उपलक्ष्य में “गुरु तेग बहादुर साहिब की अध्यात्मिक यात्रा” पुस्तक का संकलन किया।
आज सुबह लेखक हरप्रीत संधू ने गुरु तेग बहादुर साहिब के जन्मस्थान गुरुद्वारा गुरु के महल में गुरु ग्रंथ साहिब के चरणों में पुस्तक की प्रति अर्पित की। उन्होंने बताया कि यह पुस्तक दो वर्षों की मेहनत से तैयार की गई है, जिसमें उन्होंने उन पवित्र गुरुद्वारों के दृश्य चित्रित किए हैं जहाँ गुरु साहिब ने अपने जीवन काल के दौरान पगचिह्न छोड़े थे। यह पुस्तक गुरु तेग बहादुर साहिब की जीवन यात्रा को दर्शाती है और 350वें शहीदी वर्ष पर श्रद्धांजलि स्वरूप गुरु साहिब की अद्वितीय शहादत को रेखांकित करती है।
इस अवसर पर जिला प्रशासन की ओर से डिप्टी कमिश्नर श्रीमती अमनदीप कौर विशेष रूप से उपस्थित रहीं।
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