गृह मंत्रालय के अधिकारियों द्वारा जिला अधिकारियों को सेमिनार में दी गई ट्रेनिंग
कल्याण केसरी न्यूज़, अमृतसर, 26 नवंबर 2025: प्लानिंग विभाग द्वारा आज वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम (VVP-II) सम्बन्धी एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के श्री गुरु ग्रंथ साहिब भवन में किया गया, जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। इस कार्यशाला का उद्देश्य सीमा से लगते गांवों के विकास हेतु केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए इस फ़्लैगशिप प्रोग्राम के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करना था।
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गृह मंत्रालय के डायरेक्टर श्री पुष्पिंदर सिंह और डी.सी. प्रदीप कुमार पांडे ने राज्य के छह जिलों—अमृतसर, तरन तारन, फिरोज़पुर, फाज़िल्का, गुरदासपुर और पठानकोट—के अधिकारियों को बताया कि वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम 100 फीसदी केंद्रीय क्षेत्र योजना है, जिसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्थलीय सीमा से 0 से 10 किलोमीटर की दूरी में स्थित गांवों का व्यापक विकास करना है। यह योजना केवल बुनियादी ढांचे तक सीमित नहीं है, बल्कि सामाजिक और आर्थिक विकास को भी प्रोत्साहित करती है—जैसे रोजगार सृजन, कौशल विकास, पर्यटन का संवर्धन, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार।
डॉ. पुष्पिंदर सिंह ने बताया कि इस योजना में मुख्य रूप से चार क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाता है—ऑल-वेदर सड़क संपर्क, 4G टेलीकॉम कनेक्टिविटी, टीवी कनेक्टिविटी और ऑन-ग्रिड विद्युतीकरण। उन्होंने बताया कि पूरी कार्यप्रणाली डिजिटल VVP पोर्टल के माध्यम से संचालित होती है, जिससे पारदर्शिता और कार्यों की रियल-टाइम निगरानी सुनिश्चित होती है। राज्य और जिला स्तरीय समितियाँ इसके प्रभावी क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इसमें DM/DC को नोडल अधिकारी और डिप्टी ESA को कन्वीनर नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से इन सीमा गांवों को विकास के आधार पर अनुदान भी प्रदान किया जाता है।
कार्यशाला के दौरान विभाग ने सभी प्रतिभागियों से आपसी तालमेल और सहयोग से योजना को सफल बनाने की अपील की। अधिकारियों ने विश्वास जताया कि VVP-II के माध्यम से सीमा गांवों को क्लास-1 गांवों के समान सुविधाएँ देकर एक नई दिशा प्रदान की जाएगी।
इस कार्यशाला में तरन तारन के डिप्टी कमिश्नर श्री राहुल, एस.डी.एम. श्री गुरमीत सिंह, बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के अजे कपिल, प्लानिंग विभाग चंडीगढ़ से श्रीमती अनुपमा शर्मा, निदेशालय सांख्यिकी से श्री चरनजीत सिंह, उप अर्थ एवं सांख्यिकी सलाहकार तरन तारन डॉ. अमनदीप सिंह सैनी, और उप अर्थ एवं सांख्यिकी सलाहकार अमृतसर श्री अरुण महाजन भी उपस्थित थे।
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