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जैंतीपुर में हाईवे जाम कर रहे लोगों से मिले सांसद गुरजीत सिंह औजला, प्राइवेट बिजली कर्मियों पर बदसलूकी के गंभीर आरोप


कल्याण केसरी न्यूज़, अमृतसर, 31 दिसंबर 2025:
मजीठा हल्के के जैंतीपुर इलाके में प्राइवेट बिजली कर्मियों की कथित बदसलूकी के विरोध में हाईवे जाम कर धरने पर बैठे लोगों से मिलने सांसद गुरजीत सिंह औजला मौके पर पहुंचे। धरने पर बैठे लोगों ने बिजली कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
सांसद गुरजीत सिंह औजला ने बताया कि आज तड़के करीब 5 बजे कुछ प्राइवेट बिजली कर्मी, जिनके साथ एक-दो अधिकारी भी बताए जा रहे हैं, गांव जैंतीपुर पहुंचे और कथित तौर पर लोगों के घरों में घुस गए। उनके मुंह ढके हुए थे और उन्होंने लोगों के साथ बदसलूकी शुरू कर दी। महिलाओं के साथ भी दुर्व्यवहार किए जाने के आरोप लगाए गए हैं।
औजला ने कहा कि लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस मौके पर नहीं पहुंची, जिससे मजबूर होकर लोगों को धरना देना पड़ा और हाईवे जाम करना पड़ा। करीब चार घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बयान दर्ज कर कार्रवाई का आश्वासन दिया।
सांसद औजला ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लोगों को तंग-परेशान कर शासन नहीं किया जा सकता। समय हमेशा एक जैसा नहीं रहता। अगर लोग किसी को सत्ता में चढ़ाना जानते हैं तो नीचे उतारना भी जानते हैं। उन्होंने कहा कि नए साल के मौके पर लोग धार्मिक स्थलों पर अरदास कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने जैंतीपुर के लोगों के लिए बेहद खराब हालात पैदा कर दिए।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार को कार्रवाई करनी ही है तो कम से कम दिन और त्योहार का ध्यान रखा जाए। जैंतीपुर के लोग कोई 600 यूनिट से ज्यादा बिजली इस्तेमाल करने वाले नहीं हैं। इसके बावजूद इस तरह की कार्रवाई और बदसलूकी निंदनीय है। उन्होंने मांग की कि यदि कोई कार्रवाई होनी है तो वह कानून और व्यवस्था के तहत हो, न कि लोगों को डराकर।
सांसद औजला ने कहा कि मेहनतकश लोगों को बेवजह परेशान किया जा रहा है। अगर लोगों को न्याय नहीं मिला तो वे मजबूरन सड़क पर उतरेंगे। उन्होंने सरकार से मांग की कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
इस दौरान सांसद औजला ने युवा देहाती संगठन के प्रधान जर्मन गिल, अमन, हैरी, राहुल सहित सभी युवाओं का धन्यवाद किया, जिन्होंने अपने निजी कार्यक्रम छोड़कर गरीब और पीड़ित लोगों के साथ खड़े होकर समर्थन दिया।
औजला ने कहा कि यह मामला या तो सियासी रंजिश का नतीजा है या फिर पुलिस की घोर लापरवाही को दर्शाता है। उनका मानना है कि यह सियासी बदले की भावना से की गई कार्रवाई है। उन्होंने कहा कि वोट डर से नहीं, बल्कि विकास और जनहित के कामों से मिलते हैं। सरकार को यह बात समझनी चाहिए, क्योंकि जनता 2027 में हर बात का जवाब देगी।

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