डॉ अरुण शर्मा कोरोना रोगियों की सेवा करते हुए शहीद : सोनी

कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर,30 अगस्त: कोविड -19 के खिलाफ चल रहा युद्ध, जिसे पंजाब सरकार ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में बहादुरी से लड़ रही है। कोरोना का सिविल अस्पताल अमृतसर का डॉ अरुण शर्मा का आज राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की तरफ़ से डॉ शर्मा को श्रद्धांजलि देने के लिए चंडीगढ़ से पहुंचे। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान मंत्री ओपी सोनी लोकसभा के सदस्य गुरजीत सिंह औजला, गुरप्रीत सिंह खैरा, पुलिस आयुक्त सुखचैन सिंह गिल, आयुक्त निगम कोमल मित्तल, डॉ हिमांशु अग्रवाल, वरिष्ठ उप महापौर रमन बख्शी, एसडीएम विकास हीरा, एसडीएम शिवराज सिंह बल, सिविल सर्जन डॉ नवदीप सिंह, प्रिंसिपल मेडिकल कॉलेज डॉ राजीव देवगन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी। अरुण शर्मा को उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।

इस अवसर पर परिवार के साथ अपने दुख को साझा करते हुए, पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि केवल 53 वर्ष की आयु में, डॉ अरुण शर्मा विभाग के एक अच्छे अधिकारी और एक अच्छे डॉक्टर थे और उनके समय से पहले चले जाने से विभाग को घाटा हुआ।सिद्धू ने कहा कि वह मार्च से दिन-रात कोरोना से लोगों की बीमारी से लड़ रहे थे और तब तक अपना कर्तव्य निभाते रहे जब तक कि वे खुद बीमार नहीं हो गए। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार उनके इलाज के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है और हमने उन्हें एयर एंबुलेंस मुहैया कराई है मेदांता या पी जी आयी में शिफ़्ट करने की कोशिश की जा रही है पर एह भाना वापर गया ।

ओपी सोनी ने इस अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मीडिया से बात करते हुए कहा, अरुण शर्मा द्वारा संकट के समय जिले के लोगों को दी गई सेवाओं को याद करते हुए उन्होंने कहा वह वास्तव में एक कोरोना योद्धा था और अंतिम क्षण तक एक सैनिक के रूप में अपने कर्तव्य पर कायम रहा। उन्होंने कहा कि उन्होंने शहर के लोगों की सेवा करते हुए अपने जीवन का बलिदान दिया नुकसान के लिए हम कभी नहीं बन पाएंगे। लोकसभा के सदस्य गुरजीत सिंह औजला ने कहा कि डॉ अरुण शर्मा ने अमृतसर से पढ़ाई की और विभिन्न स्थानों पर लंबा समय बिताया सेवाऍ दी गयी। उन्होंने कहा कि उन्होंने अमृतसर में ब्लड बैंक की स्थापना के लिए एक विषय वस्तु विशेषज्ञ के रूप में अमूल्य सेवाएं प्रदान कीं। औजला ने कहा, “आज उनके निधन से हमें गहरा दुख हुआ है और हमारा शहर कभी भी विशेषज्ञ चिकित्सक के नुकसान पूरा नहीं हो पाएगा।

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