कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर,17 सितम्बर : ऐतिहासिक और धार्मिक शहरों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए स्वच्छता की बहुत आवश्यकता है और इस संबंध में पंजाब राज्य स्वच्छता आयोग ने अपनी रिपोर्ट में इन शहरों के लिए क्लीनर के अधिक पदों को भरने की आवश्यकता पर जोर दिया। आज नगर निगम में आयोजित एक बैठक में बोलते हुए, गीजा राम अध्यक्ष पंजाब राज्य स्वच्छता आयोग ने कहा कि राज्य में धार्मिक और ऐतिहासिक शहरों में उनके आसपास निरंतर सफाई बनाए रखने के लिए विशेष स्वच्छता प्रकोष्ठों की स्थापना की जाएगी। ऐतिहासिक शहरों को सुशोभित करते हैं। गेजा राम ने कहा कि आयोग ने इस संबंध में अपनी रिपोर्ट पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को सौंप दी है। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारी के रिक्त पद भी तत्काल भरे जाएंगे। उन्होंने कहा कि ठेकेदारी की प्रथा को समाप्त कर दिया जाएगा और उन ठेकेदारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी जिन्होंने सफाई कर्मचारी के ईपीएफ खातों के कारण राशि जमा नहीं की थी और उन्हें भी ब्लैकलिस्ट किया जाएगा। इस अवसर पर विभिन्न स्वीपर यूनियनों के प्रतिनिधियों से बात करते हुए, अध्यक्ष ने कहा कि स्वीपर्स की रिक्तियों को सरकार के हर विभाग में भरा जाएगा। उन्होंने कहा कि आयोग इस बात पर विचार कर रहा था कि कच्चे माल पर काम करने वाले सफाई कर्मचारी के बच्चों की पढ़ाई के लिए 500 रुपये से लेकर 1500 रुपये तक उपलब्ध कराए जाएंगे। मौके पर सफाई कर्मचारी की यूनियनों द्वारा मांग की गई थी कि उन्हें हर महीने अपना वेतन बहुत देर से मिलता है, जिस पर अध्यक्ष ने आयुक्त नगर निगम को निर्देश दिया कि वे हर महीने की 10 तारीख तक सफाई कर्मचारी को भुगतान करना अनिवार्य करें।
उन्होंने कहा कि मृत सफाई कर्मचारी के वारिसों को उनकी योग्यता के अनुसार नौकरी दी जानी चाहिए। उन्होंने हर सफाई कर्मचारी को ईपीएफ की एक प्रति उपलब्ध कराने का निर्देश दिया और उसका बकाया हर महीने दर्ज किया जाना चाहिए। यह सफाई कर्मचारी के प्रतिनिधियों द्वारा अध्यक्ष के ध्यान में लाया गया था कि कोविड-19 के दौरान रखे गए कच्चे श्रमिकों की पुष्टि की जानी चाहिए। जिस पर गेजा राम ने कहा कि सरकार इन सफाई कर्मचारी के हितों को ध्यान में रखते हुए रिक्त पदों को भरने में मदद करेगी क्योंकि उन्होंने अपनी जान को जोखिम में डाले बिना महामारी के दौरान भी सेवाएं प्रदान की हैं। इस अवसर पर अध्यक्ष गीजा राम को कमिश्नर नगर निगम कोमल मित्तल द्वारा स्वर्ण मंदिर का मॉडल भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर नगर आयुक्त कोमल मित्तल ने कहा कि नगर निगम में 1694 स्थायी सफाई कर्मचारी और 800 रिक्तियां हैं जिन्हें जल्द ही भरा जाएगा। उन्होंने कहा कि शहर को व्यवस्थित रखने के लिए सेवा प्रदाताओं द्वारा शहर की सफाई भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि योग्यता के आधार पर मृतक सफाई कर्मचारी के 59 वारिसों को नियुक्ति पत्र जारी किए जा रहे थे। आयोग के सदस्य इंद्रजीत सिंह, संदीप ऋषि अपर आयुक्त नगर निगम, डॉ अजय कंवर, जिला कल्याण अधिकारी सुखविंदर सिंह घुमन,लाख सिंह, एडवोकेट राहुल आदि, स्वीप यूनियन के प्रतिनिधि विनोदा बिट्टा, अनिल भट्टी। पवन द्रविड़ के अलावा, अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।