कल्याण केसरी न्यूज़ अंमृतसर, 23 सितम्बर : दमदमी टकसाल के प्रमुख और संत समाज के प्रधान संत ज्ञानी हरनाम सिंह खालसा ने मोदी सरकार की तरफ के पास खेती बिलों ख़िलाफ़ किसानों की तरफ से किये जा रहे देश व्यापक संघरश की हिमायत में उतरते किसान जत्थेबंदियाँ की तरफ से 25 सितम्बर को पंजाब बंद के दिए गए बुलाऐ को सफल बनाने की पंजाब निवासियों को पुरज़ोर अपील की है। उन कहा कि दमदमी टकसाल पंजाब और किसानों के हक में चट्टान की तरह खड़ी है। उन कहा कि देश को अनाज पक्ष से आत्मनिर्भर करन वाली किसानी बेहतर बाँटो के हकदार हैं, परन्तु अफ़सोस कि आज सरकारों की गलत नीतियों कारण किसान सड़कें पर उत्तरन के लिए मजबूर हैं।
उन खेती छेद रद्द करन की माँग करते कहा कि किसानी आज भी देश की आर्थिकता की रीढ़ की हड्डी है और खेती बिलों सम्बन्धित पहले से ही कर्ज़े के बोझ नीचे तड़प रही किसानी के डर दूर करन में मोदी सरकार का पूरी तरह नाकाम रहना बेहद चिंताजनक है। उन कहा कि जल्दी के साथ के पास किये गए खेती बिलों को ले कर संसद से ले कर सड़कें तक में उठ रहे गुस्सा और रोसमय बुलंद आवाज़ कारण बन रहे बेहद चिंताजनक और विस्फोटक माहौल को आँखों से अदृश नहीं किया जाना चाहिए बल्कि संसद में के पास किये गए उक्त खेती बिलों प्रति फिर विचार करते वापस लेने और इस का संतुशटीजनक हल निकालने की ज़रूरत है। उन राजसी पार्टियाँ को भी किसानी के इस संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति करन की जगह इस मुश्किल घड़ी में किसानों, आढतियों, खेत और मंडी मज़दूरों की भावनायों को नजरअन्दाज न करन बल्कि उन का पूर्ण साथ देने और केंद्र की मोदी सरकार की तरफ के पास किये गए खेती सम्बन्धित बिलों के ख़िलाफ़ स्टैंड लेने के लिए कहा। उन कहा कि आज कोरोना की महामारी और चीन के साथ बढ़ रहे टकराव के समय देश को ओर शकतीशाली बनाने की जगह मोदी सरकार की तरफ से किसानों के साथ चल रहा देश व्यापक टकराव देश के हित में नहीं है। क्योंकि इस समय ऐसा अंदरूनी टकराव देश को ओर भी कमज़ोर करन में सहायक होगा। उक्त बिलों के साथ देश के हितों को पहुँचने वाले नुक्सान और खतरे की समीक्षा भी की जानी चाहिए।