कल्याण केसरी न्यूज़ लुधियाना 3 अक्टूबर: (अजय पाहवा) लॉकडाऊन अनलॉक-5 के तहत भले ही सरकार ने स्कूल-कॉलेजों को छोडक़र बाकी सबकुछ खोलने को मंजूरी दे दी है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि कोरोना खत्म हो गया है। यह सिर्फ कम हुआ है। इस लिए एहतियात बरतना जरूरी है। यह कहना है लुधियाना मेडिवेज अस्पताल के चेयरमैन भगवान सिंह भाऊ का।
उन्होंने कहा कि सेहत विभाग और सरकार ने मास्क पहनना जरूरी करार दिया है। इस कारण इसे बोझ समझने की बजाय जीवन के जरूरी अंग की तरह मानना चाहिए। क्योंकि 80 फीसदी लोग केवल मास्क पहनने की वजह से ही कोरोना से बच सकते हैं। उन्होंने कहा कि शुगर, हाई ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारियों के मरीज, किडनी रोग से ग्रस्त, कैंसर व एचआईवी के मरीजों को ज्यादा एहतियात बरतना होगा। क्योंकि यह लोग ही कोविड-19 वायरस के सॉफ्ट टारगेट हैं। वैसे ही इन दिनों मौसम में बदलाव हो रहा है और वायरल व डेंगू बुखार भी हमला कर रहा है। इस कारण बुजुर्गों व बच्चों का भी विशेष ध्यान ध्यान रखना चाहिए। भाऊ ने कहा कि बीमार होने से अच्छा है कि बचाव कर लिया जाए। लोग समझते हैं कि मास्क केवल चालान या जुर्माने से बचने के लिए पहना जाता है, लेकिन यह सिर्फ कोरोना ही नहीं, बल्कि कई अन्य बीमारियों से भी बचाता है।
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