कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर,14 अक्टूबर : किसान फसल को जलाने के बजाय पराली बेचकर और फसल के अवशेषों को जलाने के साथ-साथ पंजाब की जलवायु को बनाए रखते हुए लाभ कमा सकते हैं। आज यहां खुलासा करते हुए मुख्य कृषि अधिकारी कुलजीत सिंह सैनी ने कहा कि अमृतसर जिले में कई किसान बिना आग लगाए खेतों में पराली फैलाकर अपनी ज़मीन की उर्वरता बढ़ा रहे हैं। उनमें से एक गाँव ओथियान, जिला अमृतसर के किसान बावा सिंह हैं। मुनाफा कमा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार जिले के अधिकांश किसानों ने भूसे में आग नहीं लगाई।
मुख्य कृषि अधिकारी ने किसानों से धान की फसल के लिए भूमि और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन का समर्थन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि हम किसान की हर समस्या से अवगत हैं लेकिन हम समस्या को समझ के साथ हल करने में सफल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जिस तरह कई लोग किसानों के लिए पराली की गांठ बना रहे थे, गुजरा समुदाय को पराली बेच रहे थे और पैसे कमा रहे थे, इसलिए भी किसान संयुक्त रूप से औजार खरीदकर पहल कर सकते थे। किसान को सब्सिडी दे रहा है। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे जिला प्रशासन के साथ सहयोग करें और बिना आग लगाए पराली की खेती करें। उन्होंने कहा कि हमारी टीम किसानों को खेत में पुआल ले जाने के लाभों के बारे में जागरूक करने के लिए अथक प्रयास कर रही थी। उन्होंने कहा कि अगर पर्यावरण को बचाना है तो पराली को जलाना बंद करना होगा। यदि लोग इसे भूसे के खेत में उगाते हैं, तो किसान को अच्छी उपज के रूप में भी लाभ मिलता है। उन्होंने कहा कि किसान पर जुर्माना होना चाहिए या पुलिस को एफआईआर दर्ज करनी चाहिए। मैं। आर या अन्य तपस्या अंतिम उपाय है, लेकिन हम किसान समुदाय को रिझाने और मनाने की कोशिश करते हैं
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