कल्याण केसरी न्यूज़ लुधियाना, 24 अक्तूबर: (अजय पाहवा ), पंजाब के टांडा के पास गाँव जलालपुर से बलात्कार और हत्या की शिकार लड़की के शव मिलने के बाद, स्थानीय लोगों द्वारा कड़े विरोध के बीच उसका अंतिम संस्कार किया गया I प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता अनिल सरीन ने इस पर कांग्रेस की कैप्टन सरकार को घेरते हुए कहाकि कैप्टन को इस मामले में बहुत अधिक संवेदनशीलता के साथ इस त्रासदी का जवाब जनता को दिए जाने की उम्मीद थी । इस तरह की बर्बर घटनाओं की राजनीति से उपर उठ कर निंदा की जानी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया । पीड़ित के परिवार के साथ संवेदना, निंदा करने तक के लिए भी कांग्रेसियों के पास समय नहीं है । पुलिस द्वारा प्रदर्शन की एक समान माप शामिल है, भले ही राजनीतिक संबद्धता शामिल हो ।
अनिल सरीन ने कहाकि भाजपा शासित राज्यों में पीड़ितों के मसीहा बनने वाले राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जैसे कांग्रेस नेताओं के पास इस दुखद और भयावह घटना के बारे में कहने के लिए एक शब्द भी नहीं है। ” सरीन ने कहाकि “आप कहां हैं राहुल गांधी जी ??” पीड़ित परिवार को सांत्वना देने और अपराधियों द्वारा बलात्कार, हत्या और जलाए जाने के लिए श्रद्धांजलि देने के लिए टांडा आप जलालपुर कब आ रहे हैं या नहीं? जब लुधियाना में आठ साल की लड़कियों के साथ बलात्कार किया गया था, आप पंजाब में सोफा वाले ट्रैक्टर की सवारी का आनंद ले रहे थे। कभी भी पीड़ित परिवार के पास दौरा करने की परवाह नहीं की गई। क्या बिहार और यू.पी. की लड़कियों को कांग्रेस शासित पंजाब से न्याय मिलेगा?
अनिल सरीन ने कहाकि “क्या छह साल की बच्ची का बलात्कार और हत्या किसी भी और हर व्यक्ति की अंतरात्मा को चुभने के लिए पर्याप्त नहीं है, और क्या बलात्कार कांग्रेस शासित राज्यों में कम अत्याचार हो रहा है? ऐसे मामलों को राजनीति से ऊपर उठ कर और बहुत अधिक संवेदनशीलता से निपटने की आवश्यकता है?”
अनिल सरीन ने कहा कि इससे पहले भी जलालपुर और उसके आसपास के क्षेत्रों में बलात्कार और छेड़छाड़ की वीडियो बनाने की घटनाएं सामने आई हैं। 2017 में बलात्कार के कारण एक ग्यारह वर्षीय लड़की की मृत्यु हो गई थी और एक अन्य घटना 2018 में एक बलात्कार और हत्या की वीडियो बनाने की रिपोर्ट सामने आई। इन कथित घटनाओं के मद्देनजर यह स्पष्ट है कि पुलिस ने इस तरह के अपराध होने वाले क्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई है। अनिल सरीन ने कहाकि “इस चूक के लिए दिन की सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार है”। “पुलिस गुस्साए लोगों के द्वारा शव को गांव में वापस लाने तथा नारे लगाने और अपराधियों को मृत्यु की सजा की मांग से इनकार करके लोगों के गुस्से को भड़काने का काम कर रही है । अनिल सरीन ने कहा, यह सब राजनीतिक लोगों की स्पष्ट मिलीभगत है और यह किसी को भी स्वीकार्य नहीं है ।अनिल सरीन ने कहाकि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने केवल एक ट्विटर पोस्ट के साथ इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है, जो कि गलत है । “कैप्टन द्वारा डीजीपी को इस संबंध में उचित व तेजी से जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए जाने चाहिए । सरीन ने इस मामले को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिये सुनवाई कर दोषियों को मौत की सजा देने का आह्वान किया । ”
अनिल सरीन ने सवाल किया कि एक प्रवासी परिवार जो काम करने के लिए राज्य में आया था और अब उसका सब कुछ तबाह हो गया है, क्या यह सब मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी को नजर नहीं आता कि उसे इन्साफ दिया जाए ?” बताते चलें कि मृतक लड़की का आंशिक रूप से जला हुआ शरीर मिलने पर इस मामले में पुलिस ने एक ही गांव के दो संदिग्धों सुरप्रीत सिंह और उनके दादा सुरजीत सिंह को उठाया है और जांच जारी है ।
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