नवम्बर 1984 में हजारों निर्दोष सिखों की हत्या करने वाले,सैकड़ों गुरुद्वारे, हज़ारों श्री गुरु ग्रंथ साहिब जलाने वाले, सिर्फ एक सज्जन कुमार को जेल में डालने से मामला खत्म नहीं होगा

कल्याण केसरी न्यूज़ ,31 अक्टूबर : मान्यवर, आपके समक्ष हमारा बड़ा ही विनम्र निवेदन है कि लगभग 36 वर्ष बीत जाने के उपरान्त भी सिख कौम को न्याय नहीं मिला। कांग्रेस पार्टी की सरकारों के शष्ठह्म् तो ऐसा प्रतीत होता था कि जिस पार्टी की सरकार ने स्वयं द्घठ्ठङ्घ4द्ध पुलिस के द्वारा निर्दोष सिखों का 4 दिन 4 रातें, लगातार कत्लेआम किया और करवाया है वह कैसे और क्यों सिख कौम को न्याय देंगे? कांग्रेस सरकार ने नवम्बर 1984 में सैकड़ों गुरुद्वारों और हज़ारों श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी को जलाकर सिख कौम की चूलें हिला दी, और सिख कौम के सम्मान को भारी चोट पहुंचाने के लिए एक सोची समझी साजिश के तहत सैकड़ों सिख औरतों के साथ बलात्कार किया गया और हजारों निर्दोष सिखों की हत्याएं करने के उपरान्त उनकी लाशों को द्घठ्ठङ्घ4द्ध के आसपास अरावली की पहाडिय़ों और जंगलों में ले जाकर रात के अंधेरे में पेट्रोल, डीजल व केमिकल डालकर फूंक दिया |

लाशों की राख को जंगलों में फेंक दिया, बिना धार्मिक मर्यादा और बिना क्रिया कर्म के। और सिखों की अरबों खरबों रुपए की संपत्ति को लूट लिया और जलाकर सिखों को कंगाल बना दिया।मान्यवर,नवम्बर 1984 में श्री गुरु नानक देव महाराज जी की पहली उदासी का 462 वर्ष प्राचीन गुरुद्वारा श्री गिआन गोदड़ी साहिब जो हरिद्वार धर्म नगरी में हर की पौड़ी पर शुशोभित था उस पवित्र स्थान को वहां के अपराधियों ने  मलियामेट करके जबरन कब्जा कर रखा है। हरिद्वार के नानकवाड़ा में श्री गुरु नानक देव महाराज जी के पवित्र स्थान की लगभग 25 एकड़ जमीन पर भी लोगों का अवैध कब्जा है।मान्यवर, हम पिछले कई वर्षों से लगातार केंद्र सरकार व उत्तराखंड सरकार से मांग कर रहे हैं कि वह श्री गुरु नानक देव महाराज जी का पवित्र ऐतिहासिक स्थान सिख कौम को वापस करें। किंतु हमारी प्रार्थना को अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है।

जो हमारे साथ घोर अन्याय है। इसलिए हमारा आपसे बड़ा विनम्र निवेदन है कि दिल्ली में नवम्बर 1984 के आजाद घूम रहे सैकड़ों हथियारों के खिलाफ पुख्ता कानूनी कार्रवाई की जाए और जिन अपराधियों ने सैकड़े श्री गुरु ग्रंथ साहिब और गुरुद्वारे जलाए हैं उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाना चाहिए।क्योंकि प्रत्येक सिख के घर में नवम्बर 1984 की भयानक त्रासदी के जखम अभी हरे और बड़े गहरे हैं इसलिए जिन नेताओं, पुलिस अधिकारियों तथा वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने सिखों को तबाह, बर्बाद करने की योजना बनाई थी, उन्हें फौरन गिरफ्तार किया जाए।आपका शुभचिंतकगुरचरन सिंह बब्बर

Check Also

श्रीमोणी गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी (बोर्ड) के आगामी चुनाव के लिए वोट डालने के लिए 21 सितंबर और 22 सितंबर को विशेष शिविर आयोजित किए जाएंगे – उपायुक्त

कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर 20 सितंबर 2024–श्रीमोणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (बोर्ड) के चुनाव हेतु अधिक …