कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर 2दिसंबर: ज़िला रोज़गार ब्यौरो अमृतसर में ज़िलाधीश कम चेयरमैन डी. ऐस.सी /डी.ई.सी गुरप्रीत सिंह खेरा की अध्यक्षीय नीचे हुई मीटिंग में पंजाब भारी डिवैल्पमैंट अधीन चल रही स्कीमों का जायज़ा लिया गया और ज़िला भारी समिति के सदस्यों को पंजाब हुनर विकास की नयी स्कीम पी.ऐम. के.वी.वायी -3बारे विसथारपूरवक जानकारी दी गई और इस स्कीम अधीन ज़िला समिति के अहम योगदान बारे चर्चा भी की।ज़िलाधीश की तरफ से बताया गया कि ज़िला स्तरीय भारी समिति पी.ऐम. के.वी.वायी -3स्कीम को चलाने के लिए बनाई गई है जो कि इस स्कीम का लाभ अधिक से अधिक शिक्षार्थी तक पहुँचाने के लिए अहम योगदान पाएगी। ज़िलाधीश की तरफ से पी.ऐस.डी.ऐम के अंतर्गत टूरिस्ट गाईड और कृषि के साथ सबंधित पाठ्यक्रमों को भी भविष्य में शुरू करन का सुझाव दिया जिससे भविष्य में इन पेशों में भी रोज़गार पड़ता किया जा सगे। ज़िलाधीश ने कहा कि कृषि के साथ सम्बन्धित गाईड गाँवों में जा कर किसानों को मंडी में सुखा धान की फ़सल लाने के लिए प्रेरित भी कर सकेंगे जिससे किसानों को मंडियों में तबाह अपमानित न होना पड़े और इससाथ साथ किसानों को कोऑपरेटिव सोसायटियों की तरफ से दीं जातीं सेवाओं बारे भी जागरूक कर सकते हैं।
इस सम्बन्धित (विकास) रणबीर सिंह मूधल की तरफ से बताया गया कि इस साल के आखिर तक पी.ऐम. के.वी.वायी -3शुरू की जायेगी जिस में सुसत में जरूरतमंद लड़के और लड़कियाँ को पेशा प्रमुख पाठ्यक्रम मुफ़्त में करवाए जाएंगे। अतिरित्क ज़िलाधीश (विकास) की तरफ से उद्योग विभाग को इन स्कीमों में अपना योगदान डालने के लिए प्रेरित किया गया जिससे उद्योग की ज़रूरत मुताबिक शिक्षार्थी को कलाकार बना कर रोज़गार दवायआ जा सके। उन बताया कि पंजाब भारी डिवैल्पमैंट मिशन की तरफ से अलग – अलग स्कीमों अधीन चल रहे पाठ्यक्रमों में दाख़िला लेने के लिए https://forms.gle /5Lh2cQoicYFQ4WMy8 गुग्गल फार्म भर सकते हैं या विभाग की ई.मेल आई.डी psdm.amritsar@gmail.com पर ई -मेल कर सकते हैं इस मौके डिप्टी डायरैक्टर डी.बी.ई. ई की तरफ से दीं जा रही पेशा प्रमुख स्कीमों और सरकार की तरफ से दीं जा रही सेवाओं बारे जानकारी दी। मीटिंग दौरान डिप्टी डायरैक्टर डी.बी.ई. विकरमजीत सिंह, डी.पी.ऐम यू स्टाफ (पंजाब भारी डिवैल्पमैंट मिशन) स. सुरिन्दर सिंह, वरिन्दर झलर, मैंबर डी.ऐस.सी समिति और पंजाब भारी डिवैलपमैट मिशन अधीन प्रशिक्षण पाटनर भी उपस्थित थे।