रिकवरी के बाद कोविड-19 के मरीजों को बरतनी चाहिएं ज्यादा सावधानियां : डॉ. गुप्ता

कल्याण केसरी न्यूज़ लुुधियाना 4 दिसम्बर: (अजयपाहवा) कोविड-19 से रिकवर हो चुके मरीजों को जागरूक करने के लिए फोर्टिस अस्पताल में आयोजित संक्षेप लेक्चर के दौरान पल्मोनोलॉजी, चेस्ट व स्लीप मेडिसन विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. सुशील गुप्ता ने कहा कि कोविड-19 से रिकवर हो चुके मरीजों को घर जाने के बाद भी कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 वायरस पर हो रही रिसर्च के साथ ही कई नए रहस्य सामने आ रहे हैं। हाल ही इस बात का खुलासा हुआ है कि कोविड-19 के लिए सीवीयर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम कोरोना वायरस-2 (सारस कोव-2) जिम्मेदार है। लिहाजा जब मरीज को अस्पताल से छुट्टी मिल जाए तो भी उसे ज्यादा सावधानियां बरतने की जरूरत रहती है। क्योंकि कोविड-19 से रिकवर हो चुके मरीज थकान, शरीर में दर्द, गले में खराश, सांस लेने में कठिनाई, हल्का बुखार, जीभ के स्वाद में बदलाव इत्यादि समस्याएं हो सकती हैं।डॉ. गुप्ता ने कहा कि कोविड-19 के दौरान शरीर काफी तनाव में रहता है। लिहाजा हेल्दी, हाइजीनिक व पौष्टिक भोजन लें। हमेशा मास्क पहनकर रखें और हाथों को लगातार साफ करते रहें। अगर कोई समस्या नहीं हो तो तरल पदार्थों का ज्यादा इस्तेमाल करें। कोविड-19 की वजह से शरीर में काफी कमजोरी आ जाती है। इसे ठीक करने के लिए धीरे-धीरे टहलने और कसरत करने की कोशिश करें। इससे शारीनिक और मानसिक तौर पर फायदा मिलेगा। हालांकि शुरू-शुरू में इसे करने में परेशानी हो सकती है। कोरोना वायरस व्यक्ति की यादाश्त को भी प्रभावित करता है। इसके लिए कुछ मेमोरी गेम खेलें और पूरी नींद लें। यह यादाश्त को दुरुस्त करने में फायदेमंद रहेगा। पूरा आराम करने के साथ ही अपने दैनिक कार्यों खरीददारी, खाना पकाने, दफ्तरी काम, घर के काम या बाहर के काम धीरे-धीरे करना शुरू करें। इससे आपके व्यवहार में बदलाव आएगा। स्मोकिंग, शराब या अन्य नशों से बचें। डॉक्टर की सलाह के साथ पहले से चलती आ रही हाई ब्लड प्रेशर, शुगर या हार्ट डिजीज की दवाइयों को नियमित तौर पर लेते रहें। बुखार, पल्स, ब्लड प्रेशर, ऑक्सिजन लेवल और शुगर जैसे टेस्ट घर पर ही करने का इंतजाम करके लगातार करते रहें। बुखार, सांस फूलना, ऑक्सिजन की कमी, सीने में दर्द और भ्रम की स्थिति बनने पर अपने डॉक्टर से संपर्क करें। अगर व्यवहार में चिड़चिड़ापन आ गया है, काम करने को मन नहीं करता और नींद नहीं आ रही हो तो मनोवैज्ञानिक से काउंसलिंग कराएं। अपने परिवार, दोस्तों व साथियों के साथ पॉजिटिव अनुभव साझा करें। उन्होंने कहा कि आम तौर पर कोविड-19 के मरीज 2-3 हफ्ते में ठीक हो जाते हैं। लेकिन सही तरीके से ठीक होने में कुछ महीनों का समय लग जाता है। इस लिए घबराएं नहीं और हेल्दी लाइफ स्टाइल अपनाने का अभ्यास करें।

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