कल्याण केसरी न्यूज़ ,14 दिसंबर : अमृतसर / गाजीपुर दिली बार्डर ( ) दमदमी टकसाल के नेता और श्रोमनी समिति के धर्म प्रचार समिति मैंबर भाई अजैब सिंह अभ्यासी ने कहा कि भारत का किसान जागरूक हो चुका है मोदी सरकार की तरफ से कॉर्पोरेट घरानों को किसानों सिर थोप कर इन को घसिआरा बनाने की साज़िशें कामयाब नहीं होंगी। भाई अभ्यासी दिली गाजीपुर बार्डर पर लगे किसान मोर्चो में हाज़री कोमल रहे थे ने स्टेज से भारी जलसा को संबोधन करते कहा कि किसानों की तरफ से अपने हक के लिए लगाए गए शांतमयी और योजनाबद्ध मोर्चो की चारों तरफ़ चर्चा और तारीफ़ हो रही है। देश का हर नागरिक और विदेशें से भी किसानी मोर्चो की हिमायत में आवाजें बुलंद हो रही हैं। सरचांद सिंह की तरफ से दी जानकारी में भाई अभ्यासी ने कहा कि पंजाब की धरती से लोग भलाई और न्याय के लिए लड़ाई शुरू होती आई है और संसार भार में फैलती रही है।
आज भी किसानों का महा संघरश पंजाब की धरती से शुरू हुआ जो कि हिंदुस्तान भर के लोगों की तरफ से किसानी के हक में सड़कें पर उतर के साथ यह सफलता के स्थान की तरफ तेज़ी के साथ अधिक रहा है। उन खेती कानूनों की निषिद्धता करते कहा कि मोदी सरकार चाहती है कि किसानी को अम्बानी अदानी के हाथ सौंपते घसिआरा बना दिया जाये, जिससे यह हमारे आगे ले जा न सकें। उन कहा कि किसान जागरूक है और ईस्ट इंडिया कंपनी वाली कहानी दुहराउण नहीं देगी। उन कहा कि मोदी के मंत्री किसान संघरश को बदनाम करन के लिए इस पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ होने बारे गुमराहकुन प्रचार कर रहे हैं। जिस से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि किसानी संघरश की कामयाबी देख सरकार और प्रसासन की भी नींद उड़ गई है। हालाँकि अजय तक लाखों किसानों और आम लोगों की शमूलियत वाला मोर्चा शांतीपूरन चल रहा है |
हज़ारों किसान लगातार दिल्ली की तरफ कूच कर रहे हैं। उन कहा कि सरकार को गंभीरता के साथ विचार करना चाहिए कि जो किसानों को मंज़ूर नहीं वह कानून वापस लिया जाये।उन कहा कि मोदी का चयन वायदा किसानों के लिए स्वामीनाथन कमिशन रिपोर्ट लागू करन का था परन्तु कानून कॉर्पोरेट घरानों को छिन करन और किसानी के विरोध में बना दिया। उन कहा कि किसानों के साथ पंगा सरकार के लिए लाभपरक नहीं होगा। इस मौके भाई अभ्यासी ने भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के साथ भी मुलाकात की और दिन रात लंगर सेवा के द्वारा मोर्चो में योगदान डाल रहे बाबा गुरनाम सिंह महंगापुर, बाबा मोहन सिंह हजूर साहब, बाबा जगा सिंह कारसेवा भूरी साहब, बाबा अमर सिंह गुरू कर बाग़ आगरा, बाबा जोगिन्द्र सिंह कारसेवा वालों के लंगर असथानों का भी दौरा करते किसानी मोर्चो बारे विचारों की। इस मौके उन के साथ स: बरिजपाल सिंह मोकपुर इन्नजारच यूपी सीख मिशन हापड़, सतबीर सिंह यादव, गुरचरन सिंह बाई, और सतनाम सिंह आदि भी मौजूद थे।