कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर 16 दिसंबर ––ज़िलाधीश, अमृतसर गुरप्रीत सिंह की अध्यक्षीय नीचे भारत सरकार के फूड प्रोसेसिंग विभाग की तरफ से एक ज़िला एक उत्पाद सम्बन्धित प्रधान मंत्री फारमलाईजेशन आफ माईक्रो फूड प्रोसेसिंग इंटरप्राईजज स्कीम (PMFME) की जानकारी सम्बन्धित विभागों और उदमियों के साथ सांझी करन हित पहली मीटिंग की गई। इस मीटिंग में स्टेट नोडल एजेंसी पंजाब एग्रो इंडस्ट्रीज निगम से रजनीश तुली, जनरल मैनेजर, फूड प्रोसेसिंग की तरफ से इस स्कीम सम्बन्धित विसथारपूरवक जानकारी दी गई और बताया गया कि ज़िला अमृतसर के साथ सम्बन्धित उत्पाद’अचार मुरब्बा’को एक ज़िला एक उत्पाद के अंतर्गत चुना गया है। उन की तरफ से बताया गया कि सरकार की तरफ से फूड प्रोसेसिंग के साथ सम्बन्धित पहले से चल रहे माईक्रो ईकाईों और स्कीम अधीन चुने उत्पाद’अचार मुरब्बा’की प्रोसेसिंग शुरू करन वाले नये माईक्रो उदमियें को प्रोतसाहत करन हित इस स्कीम की सुरूआत की गई है और यदि कोई व्याक्ति इस उत्पाद की प्रोसेसिंग के साथ सम्बन्धित यूनिट लगाना चहुन्दा है चल रहे फूड प्रोसेसिंग यूनिट का नवीनीकरन / विस्तार करन चहुन्दा है तो उसे इस स्कीम के अंतर्गत 35% सब्सिडी मुहैया करवाई जायेगी और यदि कोई ग्रुप बना कि काम करते हैं तो यह सब्सिडी 50% भी दी जा सकती है। उक्त स्कीम को लागू करन के लिए जनरल मैनेजर, ज़िला उद्योग केंद्र, अमृतसर को ज़िला स्तर और नोडल अफ़सर नियुक्त किया गया है।
मीटिंग दौरांन उद्योगपतियों की तरफ से सुसत में फूड टेस्टिंग लोबोरटरी स्थापित करन की माँग की गई जिस और डिप्टी कमिशनर, अमृतसर की तरफ से कहा गया कि अमृतसर में फूड टेस्टिंग लोबोरटरी स्थापित करन की माँग उद्योग पतियों की तरफ से पहले भी की गई है और इस सम्बन्धित सरकार के साथ तालमेल किया जा रहा है। इस के इलावा नोडल अफ़सर कम जनरल मैनेजर ज़िला उद्योग केंद्र, को उक्त स्कीम के अंतर्गत वित्तीय साल दौरांन अधिक से अधिक उदमियें को लाभ दिलाने कहा गया।मीटिंग में विकास हीरा ऐस.डी.ऐम., बलविन्दरपाल सिंह वालों, जनरल मैनेजर, ज़िला उद्योग केंद्र, प्रितपाल सिंह, लींड ज़िला मैनेजर, अनिल खिल्लन, तकनीकी सलाहकार, अलग अलग विभागों के अधिकआरियें, आगे बढ़े किसानों, स्व सहायता गुरप्पों के सदस्यों और पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल से प्यारा लाल सेठ, फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज एसो से रकेश ठुकराल, पामेश तनेजा, हरपाल सिंह वालों, अनूप बांसल, रज़नीस हांडा समेत अलग -अलग उद्योगपतियों की तरफ से भाग लिया गया।