कल्याण केसरी न्यूज़ ,17 दिसंबर : मेहता चौक / अमृतसर, 16 दिसंबर,( ) दमदमी टकसाल दे प्रमुख और संत समाज दे प्रधान संत ग्यानी हरनाम सिंह खालसा ने कहा कि मोदी सरकार की किसानों प्रति बेरुख़ी और हठी व्यवहार ने संत बाबा राम सिंह सींगड़े वाले नानकसर करनाल की बली हद के लिए है। मोदी को रहम की अपील करते सवाल उठाया कि मोदी ओर कितनी जानें की बली लेने का इन्तज़ार में है जो किसानी का मसला हल करन की जगह कॉर्पोरेट घरानों की पुस्त पनाही में लगा हुआ है उन्होंने दुख प्रकट करते कहा कि किसानी प्रति मोदी सरकार ने सारथिक पहुँच अपनाई होती तो संत समाज के प्रसिद्ध और परोपकारी शख़सियत संत सींगड़े वालों को अपनी जान का बलिदान न देना पैदा। संतों के अलग करे के साथ लाखों संगतें के हिरद्यें को चोट लगी है। उन्होंने बताया कि संत सींगड़े वाले सिक्ख धर्म के प्रचार प्रसार के लिए यतनशील रहे|
उन्होंने श्री दरबार साहब के लिए भी सेवा निभाई, वह शुरूआत से ही दिली किसान मोर्चो में पहुँच कर लंगर, रस्त पानी और कम्बलें आदि की सेवा निभाते रहे और हर रोज़ किसानी की होती दुरदसा से वह बहुत दुखी थी। संतों के कोमल हृदय को किसानों का दुख बरदाश्त करा न गया और ख़ुद को गोली मारने के लिए मजबूर हुए। जिस के लिए मोदी सरकार ज़िम्मेदार है।उन्होंने कहा कि संत बाबा राम सिंह जी जैसों की तरफ से सिंघू बार्डर पर सैंटर सरकार ख़िलाफ़ अपने गुस्सा का दिखावा करते हुआ अपना शरीर छोड़ जाना कोई साधारण घटना नहीं है बल्कि एक संत की तरफ से ज़ालिम हकूमत की आँखें खोलने और जड़ूँ हिला देने वाली है। दमदमी टकसाल के प्रमुख ने मोर्चे पर बैठे अन्दोलनकारियें और संगत को किसी ख़िलाफ़ अपशब्द न बोलने और मोर्चे को आखिरी जीत तक शांतमयी बनाई रखते किसान नेताओं को सहयोग देने की अपील की और कहा कि सरकार बौखलाहट में ताकत का प्रयोग कर सकती है या उकसाहट पैदा कर सकती है जिस से सचेत रहने की ज़रूरत है।