कल्याण केसरी न्यूज़ जालंधर, 01 मार्च 2021: वज्र कोर स्वतंत्रता के पश्चात, भारत में स्थापित आर्मी की प्रथम कोर है – जिसकी स्थापना 01 मार्च 1950 में हुई थी I वज्र कोर ने आज जालंधर में अपना 71वां स्थापना दिवस मनाया I इस अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल सी बन्सी पोन्नप्पा जनरल ऑफिसर कमांडिंग ने वज्र कोर शौर्य स्थल पर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और उसके पश्चात सभी रैंकों को संबोधित किया Iकोर ने विभिन्न सामरिक पश्चिमी मोर्चो पर युद्धों में अभूतपूर्व उत्साह एवं सक्षमता के साथ अपने उद्देश्यों को हासिल किया I
1965 और 1971 के युद्ध के दौरान कोर ने अत्यंत भीषण युद्धों का सामना किया I खेम करण सेक्टर में दुश्मन के पैटन टैंक के कब्रिस्तान से लेकर बर्की और डोगराई के खंडरों तक व्यक्तिगत एवं सामूहिक बहादुरी वीरतापूर्ण बलिदान और प्रेरक नेतृत्व के विभिन्न उद्धरणों के साथ वज्र कोर ने राष्ट्र के इतिहास को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है I
वज्र कोर को पंजाब के थिएटर ऑनर और डोगराई “बर्की, असल उत्तर, सेहजरा और डेरा बाबा नानक के बैटल ऑनर्स” से सम्मानित किया गया है I इस लिए इस कोर को गर्व से “डिफेंडर्स ऑफ पंजाब” के रूप में पहचाना जाता है Iस्थापना दिवस के उपलक्ष में वज्र सैनिकों का विशेष सैनिक सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमे कोर कमांडर ने जवानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वह अपने कार्य पर हमेशा सतत प्रयास करते रहें चाहे शांतिकाल में हो या युद्धकाल में I उन्होंने सैन्य परम्परा का निर्वाहन करते हुए आने वाली चुनौती का सामना करने के लिए प्रेरित किया I